
राजस्थान में 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्ग मरीजों को अब निजी अस्पताल की तरह बेहतर सुविधाएं मिलेंगी. प्रदेश की प्रत्येक विधानसभा के सरकारी अस्पताल में एक खास वार्ड बनाया गया है. इस वार्ड में निजी अस्पताल की तर्ज पर मरीजों को सभी बेहतर सुविधाएं मिलेंगी. इस वार्ड को रामाश्रय नाम दिया गया है. वार्ड में आईसीयू, वेंटीलेटर, स्टाफ बेल्ट सिस्टम, ऑक्सीजन, एसी, हीटर, इन बेड दवाई सुविधा सहित मरीजों के लिए सभी तरह की आधुनिक सुविधा मौजूद रहेंगी.
स्वास्थ्य सुविधाओं में अव्वल राजस्थान
राजस्थान स्वास्थ्य सेवाओं में हमेशा से आगे रहा है. देश में सबसे पहले मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना राजस्थान में शुरू हुई. उसके बाद निशुल्क स्वास्थ्य योजना भी राजस्थान में शुरू हुई. प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में लिवर, किडनी, हार्ट जैसी सभी गंभीर बीमारियों के इलाज की सुविधा भी उपलब्ध है. सरकारी हॉस्पिटल में डायलिसिस जैसी सुविधा भी मरीज को निशुल्क मिलती है.
केवल बुजुर्गों को मिलेगी रामाश्रय सुविधा
प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में अब 60 साल से अधिक उम्र के मरीजों के लिए विशेष सुविधा रहेगी. प्रत्येक विधानसभा के सरकारी अस्पताल में रामाश्रय वार्ड बनाया गया है. इन वार्ड को निजी अस्पताल की तरह तैयार किया गया है. जिला स्तर पर वार्ड में 10 बेड की सुविधा रहेगी. जबकि विधानसभा स्तर पर वार्ड में 4 से 6 बेड की सुविधा रहेगी.
जिला स्तर पर हो गया है आगाज
प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर सुनील चौहान ने बताया कि मरीजों को बेहतर सुविधा देने के लिए वार्ड में आईसीयू, वेंटीलेटर, स्टाफ बेल्ट सिस्टम, गर्मी में एसी व सर्दी के मौसम में हीटर, इन बेड दवाई सुविधा, वार्ड में आने जाने के लिए रेलिंग, व्हीलचेयर व वार्ड में भर्ती मरीजों के लिए भोजन सहित सभी तरह की सुविधा उपलब्ध रहेगी.
मरीज के बेड के पास एक घंटी लगाई गई है. मरीज को परेशानी होने पर मरीज व उसके परिजन घंटी बजाएंगे. तो नर्सिंग कर्मी उनके बेड पर तुरंत पहुंचेगे. सरकारी अस्पताल में पहली बार इस तरह की सुविधा मरीजों को मिलेगी. जिला स्तर पर वार्ड शुरू हो चुके हैं. जबकि विधानसभा के सरकारी अस्पतालों में सुविधा जताने के प्रयास किया जा रहे हैं. मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर योगेश शर्मा ने बताया कि इस सुविधा का सीधा फायदा आम आदमी को मिलेगा.
-हिमांशु शर्मा की रिपोर्ट