
प्रयागराज में संगम घाट पर स्नान के लिए करोड़ों श्रद्धालु जुटे हैं. संगम से 15 किमी तक चारों तरफ श्रद्धालुओं की भीड़ है. प्रयागराज जाने वाले रास्तों में भीषण जाम के बाद ट्रैफिक प्लान बदला हुआ है. अगर आप भी वीकेंड्स में प्रयागराज महाकुंभ जाने की सोच रहे हैं तो यहां कुछ बातें हैं जिन्हें आपको जरूर ध्यान देना चाहिए नहीं तो आपका यात्रा कष्टप्रद हो सकती है.
किसी तरह के पास मान्य नहीं
मेला प्रशासन ने शनिवार और रविवार के लिए सभी तरह के वाहन पास निरस्त कर रखे हैं, यानी अगर कोई यह सोच रहा है कि उसने अपनी गाड़ी का पास बनवा रखा है और प्रयागराज आने पर उसकी गाड़ी को शहर में और मेला क्षेत्र में एंट्री मिल जाएगी तो उन्हें न सिर्फ निराश होना पड़ेगा बल्कि भारी मुसीबत भी झेलनी पड़ सकती है क्योंकि वीकेंड्स पर किसी तरह के पास मान्य नहीं होंगे.
वीआईपी मूवमेंट पर रोक
शनिवार और रविवार सभी तरह के वीआईपी मूवमेंट पर रोक है. कोई भी VIP एस्कॉर्ट गाड़ियों और सायरन के साथ संगम नोज पर नहीं आ सकता. यह सुविधा सिर्फ देश के कुछ बेहद ही बड़े VVIP के लिए अरेल घाट पर निश्चित किया गया है जहां के 5 नंबर घाट पर सुविधाएं दी जाती हैं.
बाहर से आने वाली गाड़ियों की यहां कर सकते हैं पार्किंग
लखनऊ साइड से आने वाली गाड़ियों के लिए- बेला कछार पार्किंग और फाफामऊ
कानपुर साइड से आने वाली गाड़ियों के लिए- नेहरू पार्किंग
झूंसी-वाराणसी साइड से आने वाली गाड़ियों के लिए- अन्दवा पार्किंग
एमपी स्टेट साइड से आने वाली गाड़ियों के लिए- नैनी पार्किंग
इस तरह से कुल 102 पार्किंग की व्यवस्था की गई है.
मेला क्षेत्र डीएम विजय किरण आनंद ने आजतक से खास बातचीत में बताया कि वीकेंड पर भीड़ बढ़ने से पार्किंग में समस्या आई थी, लेकिन अब पर्याप्त पार्किंग की व्यवस्था हो गई है. हमारे पास पांच लाख की पार्किंग क्षमता है, जिसमें रोजाना डेढ़ दो लाख गाड़ियां अब पार्क हो रही हैं. मुख्य स्नान और वीकेंड में 2 से 3 लाख गाड़ियां आसानी से पार्क हो सकती हैं.
मेला प्रशासन का कहना है कि सिर्फ प्रशासन के द्वारा निर्धारित पार्किंग में ही अपनी गाड़ियां पार्क करें. हमने पार्किंग की व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए विशेष प्रबंध किए हैं. टीम ने पार्किंग क्षेत्रों को व्यवस्थित करने और यातायात को सुगम बनाने के लिए काम किया है.
हम सभी श्रद्धालुओं से अपील करते हैं कि वे आकर गाड़ी पार्क कर स्नान करें. घाट पर हमने विशेष इंतज़ाम किए हैं और पोंटून पुल बंद रहेंगे ताकि श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो. हमारा उद्देश्य है कि सभी श्रद्धालु सुरक्षित और सुविधाजनक तरीके से स्नान कर सकें.