Maharashtra Siyasi Kisse: तारीख 30 जून. साल 2022. महाराष्ट्र का राजभवन लोगों से खचाखच भरा हुआ था. हॉल में देश और राज्य के बड़े नेताओं से लेकर अधिकारी मौजूद थे. सूबे का नया मुख्यमंत्री शपथ लेने वाला था. मंच पूरी तरह से सज चुका था. मंच पर लाल रंग की दो कुर्सियां रखी हुईं थीं. एक महाराष्ट्र के राज्यपाल के लिए और दूसरी मुख्यमंत्री की शपथ लेने वाले व्यक्ति के लिए.
शपथ कार्यक्रम से कुछ देर पहले मंच पर अचानक हलचल हुई. मंच पर अब कुर्सियों की जगह तीन कुर्सियां रखी हुईं थीं. सब जानना चाह रहे थे कि तीसरी कुरसी किसके लिए है? कुछ देर बाद सभी को पता चल गया कि राज्य में एक उपमुख्यमंत्री भी होगा. एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने सीएम की शपथ ली और देवेन्द्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) राज्य के नए डिप्टी सीएम बने.
कुछ साल पहले देवेन्द्र फडणवीस महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री थे. कुछ घंटे पहले देवेन्द्र फडणवीस ने कहा था कि वे सरकार से बाहर रहेंगे. कुछ घंटों में ऐसा क्या हो गया कि देवेन्द्र फडणवीस को महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री की शपथ लेनी पड़ी. आइए महाराष्ट्र के इस सियासी क़िस्से पर नजर डालते हैं.
उद्धव का इस्तीफा
28 जून 2022 को देवेन्द्र फडणवीस राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी (Bhagat Singh Koshyari) से मिले. देवेन्द्र फडणवीस ने उद्धव सरकार के अल्पमत में होने की बात कही. राज्यपाल ने उद्धव ठाकरे को फ़्लोर टेस्ट पास करने का आदेश दिया. उद्धव ठाकरे इस फ़ैसले के ख़िलाफ़ सुप्रीम कोर्ट गए. सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई करते हुए फ़्लोर टेस्ट पर रोक लगाने से इंकार कर दिया.
29 जून 2022 उद्धव ठाकरे ने राज्यपाल कोश्यारी को अपना इस्तीफ़ा सौंप दिया. एकनाथ शिंदे की बग़ावत से उद्धव सरकार अल्पमत में आ गई थी. उद्धव के मनाने के बाद भी उद्धव टस से मस नहीं हुए. उद्धव के इस्तीफ़े के बाद देवेन्द्र फडणवीस को बधाई के संदेश मिलने लगे. सबको लग रहा था कि देवेन्द्र फडणवीस एक बार फिर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री होंगे.
भाजपा का सरप्राइज
बीजेपी 106 सीटों वाली पार्टी थी. वहीं एकनाथ शिंदे के पास 39 विधायक थे. ऐसे में ज़्यादा सीटों वाली पार्टी का ही मुख्यमंत्री बनता है. सब उम्मीद कर रहे थे कि देवेन्द्र फडणवीस राज्यपाल के पास सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे. इसके बाद मुख्यमंत्री बनने का ऐलान करेंगे. 30 जून 2022 को शाम 4 बजे देवेन्द्र फडणवीस ने प्रेस कॉन्फ़्रेंस में सबको सरप्राइज़ दे दिया.
इस घटनाक्रम का ज़िक्र जीतेन्द्र दीक्षित की किताब सबसे बड़ी बग़ावत में है. लेखक बताते हैं- देवेन्द्र फडणवीस ने ऐलान किया कि एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री होंगे. इस ऐलान से सभी चौंक गए. प्रेस कॉन्फ़्रेंस में फडणवीस ने ये भी बताया कि वो सरकार से बाहर रहेंगे. कुछ देर बाद उनकी पार्टी ने एक सरप्राइज़ दे दिया.
पार्टी से नाराजगी
शाम को क़रीब साढ़े 6 बजे बीजेपी ने देवेन्द्र फडणवीस को उपमुख्यमंत्री की शपथ लेने को कहा. देवेन्द्र फडणवीस पार्टी के इस फ़ैसले से नाराज़ थे. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बताया कि बीजेपी हाईकमान ने फडणवीस को डिप्टी सीएम की शपथ लेने को कहा है. कुछ देर बाद गृह मंत्री अमित शाह का इसको लेकर एक ट्वीट आ गया.
ये कंफर्म हो गया कि देवेन्द्र फडणवीस महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम की शपथ लेंगे. देवेन्द्र फडणवीस का शपथ लेने का बिल्कुल मन नहीं था लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मनाने के बाद वो शपथ लेने के लिए तैयार हो गए. उधर दूसरी तरफ़ महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे सरकारी आवास से शपथ लेने के लिए निकलने वाले थे.
मोदी का फोन
तभी अमित शाह को फोन आया और बधाई दी. अमित शाह ने एकनाथ शिंदे से कहा- आप चिंता मत करो. आपके पीछे हम चट्टान की तरह खड़े हैं. थोड़ी देर बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी एकनाथ शिंदे को बधाई दी. प्रधानमंत्री ने कहा, एकनाथ जी अच्छा काम करो. हम आपको किसी चीज की कमी नहीं होने देंगे.
एकनाथ शिंदे खुश थे. ऐसी ही ख़ुशी एकनाथ शिंदे को कुछ महीने पहले भी मिली थी. 8 मार्च 2022 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पुणे मेट्रो स्टेशन का उद्घाटन करने आए थे. उस कार्यक्रम में एकनाथ शिंदे भी थे. तब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एकनाथ शिंदे से कहा था, कैसे हो शिंदे साहब, सब ठीक है न. एकनाथ शिंदे ने जवाब दिया, हां मोदी जी सब ठीक है.
एकनाथ शिंदे ने अपने साथ से कहा, देखो हमारा पार्टी में हमें इतनी इज़्ज़त नहीं मिलती लेकिन उस पार्टी का नेता कितने सम्मान से पेश आ रहा है. जिसे हमारी पार्टी हर समय गरियाती रहती है. मोदी के इस सम्मान से एकनाथ शिंदे गदगद थे. ऐसा ही सम्मान मुख्यमंत्री की शपथ लेने जाने से पहले नरेन्द्र मोदी और अमित शाह से मिला.
मैं फिर आऊंगा
शपथ ग्रहण से 5 मिनट पहले देवेन्द्र फडणवीस भी दरबार हॉल में पहुंचे. देवेन्द्र फडणवीस मुस्कुरा जरूर रहे थे लेकिन चेहरा गंभीर था. कुछ देर बाद महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी भी राजभवन पहुंचे. एकनाथ शिंदे को पहले मंच पर बुलाया गया. एकनाथ शिंदे ने बाला साहेब ठाकरे को याद करके मुख्यमंत्री की शपथ ली.
एकनाथ शिंदे के बाद राज्यपाल कोश्यारी ने देवेन्द्र फडणवीस को डिप्टी सीएम की शपथ दिलाई. 2019 में चुनाव से पहले विधानसभा के आखिरी सेशन में देवेन्द्र फडणवीस ने कविता पढ़ते हुए कहा था- मैं फिर आऊंगा, मैं फिर आऊंगा, मैं फिर आऊंगा. तब देवेन्द्र फडणवीस ने भी नहीं सोचा होगा कि वो सत्ता में इस तरह से वापस आएंगे.