अयोध्या में भगवान राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह और गणतंत्र दिवस के उत्सव के दौरान कई व्यक्तियों ने अपने घरों, गाड़ियों, दुकानों आदि जगह झंडे लगाए. लेकिन होता क्या कि कार्यक्रम बीत जाने के बाद ये सभी झंडे यूं ही सड़कों या इधर-ऊधर कहीं फेंक दिए जाते हैं. लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. एनडीएमसी ने इसके लिए एक ऐप जारी किया है. अब रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन, मार्केट ट्रेडर्स एसोसिएशन, अन्य संस्थानों और व्यक्तियों द्वारा उपयोग किए गए राम ध्वज और राष्ट्रीय ध्वज का सम्मानजनक और गरिमापूर्ण निपटान होगा. नगर परिषद (एनडीएमसी) ने राम ध्वज और राष्ट्रीय ध्वज को जमा करने के लिए एक केंद्रीकृत नंबर 1533 और एनडीएमसी 311 ऐप जारी किया है ताकि राम ध्वज और राष्ट्रीय ध्वज का सम्मान के साथ उचित निपटान हो सके.
22 जनवरी 2024 को अयोध्या में भगवान राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद और गणतंत्र दिवस समारोह के लिए, एनडीएमसी में रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन, मार्केट ट्रेडर्स एसोसिएशन, धार्मिक संस्थानों, शैक्षणिक संस्थानों और व्यक्तियों द्वारा विभिन्न राम ध्वज और राष्ट्रीय ध्वज का उपयोग किया गया. इसके लिए समुचित निपटान किया जाना चाहिए, जिसमें क्षतिग्रस्त, फटे और सड़क किनारे बिखरे हुए सामान भी शामिल हैं.
14 जगहों पर होगा जमा
सभी आरडब्ल्यूए, एमटीए और एनडीएमसी क्षेत्र के निवासियों और सेवा उपयोगकर्ताओं से अनुरोध है कि वे ऐसे झंडे अपने संबंधित क्षेत्र स्वच्छता कार्यालय में जमा करें. स्वच्छता कार्यालय एनडीएमसी क्षेत्र के भीतर 14 स्थानों पर हैं. संबंधित अधिकारी के स्थान और संपर्क नंबर एनडीएमसी वेबसाइट पर उपलब्ध हैं.
राम ध्वज और राष्ट्रीय ध्वज के सम्मानजनक और गरिमापूर्ण निपटान के लिए कोई भी व्यक्ति इन झंडों को एकत्र करने के लिए केंद्रीकृत नंबर 1533 और एनडीएमसी 311 ऐप पर कॉल कर सकता है. स्वच्छता कर्मचारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए भी निर्देशित किया गया है कि ध्वज संहिता के अनुसार राष्ट्रीय ध्वज के संग्रह और निपटान के दौरान उचित प्रोटोकॉल का पालन किया जाए. इसी प्रकार रामध्वज के लिए भी स्वच्छता अमले को संग्रहण एवं निपटान की समुचित प्रक्रिया सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गये हैं.
(राम किंकर की रिपोर्ट)