scorecardresearch

SSC Scam: कौन है TMC के नेता पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी, जिसके घर से ED को बरामद हुए 20 करोड़ कैश

अभिनेत्री अर्पिता मुखर्जी के घर से 20 करोड़ रुपये नकद जब्त किए गए. अर्पिता पश्चिम बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी सहयोगी हैं. चटर्जी को प्रवर्तन निदेशालय ने कथित शिक्षक भर्ती घोटाले में गिरफ्तार किया था. ईडी को संदेह है कि अर्पिता मुखर्जी की सहयोगी के आवास से जब्त की गई नकदी कथित राज्य स्कूल सेवा आयोग घोटाले की आय है.

Arpita Mukherjee and Partha Mukherjee Arpita Mukherjee and Partha Mukherjee
हाइलाइट्स
  • र्पिता ने साल 2004 में मॉडलिंग से करियर शुरू किया

  • ED को बरामद हुए 20 करोड़ कैश

पश्चिम बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी के घर से पिछले हफ्ते 21.2 करोड़ रुपये नकद बरामद हुए, जिसके बाद से वो बराबर सुर्खियों में बनीं हुई हैं. इसके एक दिन बाद दोनों को बंगाल में स्कूल नौकरी घोटाले के सिलसिले में गिरफ्तार कर लिया गया था. इस वजह से ममता बनर्जी की सरकार ED के निशाने पर आ गई है. अभिनेत्री अर्पिता मुखर्जी के घर से 21.2 करोड़ रुपये नकद, 79 लाख रुपये के सोने के आभूषण और 54 लाख रुपये के विदेशी मुद्रा के साथ 22 मोबाइल मिले. आइए जानते हैं कौन है अर्पिता मुखर्जी और कैसे बनी मंत्री की करीबी.  

कौन है अर्पिता मुखर्जी?
अर्पिता मुखर्जी 2008 और 2014 के बीच बंगाली और उड़िया फिल्म उद्योगों में सक्रिय थीं. वह एक मॉडल भी हैं.वह कोलकाता के उत्तरी उपनगर बेलघोरिया में एक मध्यमवर्गीय परिवार से आती हैं और कॉलेज के दिनों से ही मॉडलिंग कर रही हैं.अपने पिता की मृत्यु के बाद, उनकी शादी झारग्राम के एक व्यवसायी से हुई थी, लेकिन शादी के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है क्योंकि वह कोलकाता लौट आई थी. उन्होंने 2008 में जीत के साथ फिल्म "पार्टनर" में अभिनय किया और 2009 में बंगाली सुपरस्टार प्रोसेनजीत चटर्जी के साथ "मामा भगने" में अभिनय किया.

टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक अर्पिता ने साल 2004 में मॉडलिंग से अपने करियर की शुरुआत की थी. मॉडलिंग करते-करते उन्हें बंगाली फिल्मों में छोटे-मोटे रोल मिलने लगे. इसके कुछ साल बाद उन्होंने पाटुली और बारानगर में तीन नेल सैलून खोले थे. अपने फिल्मी करियर में उन्होंने ज्यादातर साइड रोल ही किए हैं. उन्होंने बांग्ला फिल्मों के अलावा ओडिया और तमिल फिल्मों में भी काम किया. केंद्रीय एजेंसियों के मुताबिक शिक्षा भर्ती घोटाले की जांच में अर्पिता की भी संलिप्तता पाई गई. 

कौन है पार्थ चटर्जी?
पार्थ चटर्जी ममता बनर्जी की सरकार में शिक्षा मंत्री रह चुके हैं. अब सवाल ये कि अर्पिता उनकी करीबी कैसे बनीं? बता दें कि पार्थ चटर्जी दक्षिण कोलकाता में लोकप्रिय दुर्गा पूजा समिति नकटला उदयन का संचालन करते थे, जोकि सबसे बड़ी दुर्गा पूजा समितियों में से एक है. 2019 और 2020 में अर्पिता मुखर्जी कोलकाता की सबसे बड़ी दुर्गा पूजा समिति में से एक 'नकतला उदयन संघ' के प्रचार अभियानों का चेहरा थीं. उस समय पार्थ चटर्जी 'नकतला उदयन संघ' के मुख्य संरक्षक थे.

इस मामले को लेकर तृणमूल कांग्रेस ने कहा है कि वो इस पर नजर बनाए हुए हैं और कोर्ट का फैसला आने के बाद पार्थ चटर्जी को लेकर फैसला लेंगे.