
पंजाब के ताजपुर चर्च के स्वयंभू पादरी बजिंदर सिंह का एक सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. इसमें पादरी एक महिला और दूसरे लोगों के साथ मारपीट करते नजर आ रहे हैं. इस वायरल वीडियो में बजिंदर महिला को थप्पड़ मारते और गला पकड़कर धमकाते नजर आ रहे हैं. यह वीडियो पादरी के ऑफिस का बताया जा रहा है. बजिंदर सिंह 'द चर्च ऑफ ग्लोरी एंड विजडम' नाम से चर्च चलाते हैं. वो खुद को प्रोफेट बजिंदर सिंह बताते हैं. चलिए आपको बजिंदर सिंह की पूरी कहानी बताते हैं.
कौन हैं बजिंदर सिंह-
42 साल के बजिंदर सिंह चर्च ऑफ ग्लोरी एंड विजडम के संस्थापक हैं. उनकी चर्च की देशभर में 260 शाखाएं हैं. सबसे बड़ी चर्च मोहाली के न्यू चंडीगढ़ में है. बजिंदर सिंह जालंधर के ताजपुर गांव में एक चर्च चलाते हैं. इसी चर्च को ग्लोरी ऑफ विजडम चर्च कहा जाता है.
हरियाणा में पैदा हुए थे पादरी-
बजिंदर सिंह का जन्म हरियाणा के यमुनानगर में हुआ था. उनका जन्म एक हिंदू जाट परिवार में हुआ था. बजिंदर साल 2000 के दशक में हत्या के आरोप में जेल भेजा गया था. जेल में ही बजिंदर ने ईसाई धर्म अपना लिया था. बाद में जेल से उनकी रिहाई हो गई. इसके बाद साल 2012 से उन्होंने प्रार्थना सभाएं करने शुरू की.
साल 2018 में रेप का आरोप-
बजिंदर सिंह पहली बार तब चर्चा में आए, जब साल 2018 में उनके खिलाफ रेप का आरोप लगा. पंजाब के जीरकपुर इलाके की एक महिला ने बजिंदर सिंह पर रेप का आरोप लगाया. पुलिस ने केस भी दर्ज किया था. पुलिस ने बजिंदर सिंह को गिरफ्तार भी किया था. लेकिन बाद में जमानत मिल गई. हालांकि बजिंदर सिंह की तरफ से इस आरोप को झूठा बताया गया था.
आयकर विभाग ने मारा था छापा-
साल 2022 में दिल्ली की एक फैमिली ने बजिंदर सिंह पर आरोप लगाया था कि वो उनकी बेटी का इलाज के लिए पैसे लिए थे. लेकिन उनकी बेटी की मौत हो गई. साल 2023 में आयकर विभाग की टीम ने बजिंदर सिंह के कैंपस में छापा भी मारा था. 'द ट्रिब्यून' की रिपोर्ट के मुताबिक बजिंदर सिंह को दिल्ली एयरपोर्ट पर गिरफ्तार किया गया था. हालांकि आरोप साबित नहीं हो पाए थे और उस केस में बरी कर दिया गया था.
कपूरथला में यौन उत्पीड़न का केस-
बजिंदर सिंह के खिलाफ कपूरथला में यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज किया गया है. 22 साल की महिला ने आरोप लगाया था कि जब वो 17 साल की थी तो पादरी उसे गलत तरीके से छुआ और शादी के लिए दबाव बनाता था.