बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा पर व्यवसायी दर्शन हीरानंदानी से नकदी और उपहार लेकर संसद में सवाल पूछने का गंभीर आरोप लगाया है. उन्होंने इस मामले में लोकसभा अध्यक्ष से पत्र लिखकर जांच की मांग की है.
क्या हैं आरोप?
निशिकांत दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर आरोप लगाया कि महुआ मोइत्रा ने संसद में सवाल पूछने के बदले में हीरानंदानी से घूस के रूप में नकदी और उपहार लिए थे, जो विशेषाधिकार का उल्लंघन है. उन्होंने मोइत्रा पर सदन की कार्यवाही को बाधित करने और गाली-गलौज करने के भी आरोप लगाए हैं. निशिकांत दुबे ने मोइत्रा के खिलाफ एक जांच समिति गठित करने और उन्हें सदन से तत्काल निलंबित करने की मांग की है.
एडवोकेट जय अनंत देहाद्री की चिट्ठी के मुताबिक, दर्शन हीरानंदानी पर वर्ष 2021 में महुआ मोइत्रा को 2 करोड़ रुपये की रिश्वत देने का आरोप है. आरोप के मुताबिक, महुआ को यह रकम इंटरनेशनल मीडिया में अदाणी समूह तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाना बनाने के लिए दी गई थी.
कौन हैं दर्शन हीरानंदानी?
महुआ मोइत्रा रिश्वतखोरी विवाद में नामित व्यवसायी दर्शन हीरानंदानी रियल एस्टेट और इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी हीरानंदानी ग्रुप के सीईओ हैं. यह समूह निजी तौर पर हीरानंदानी परिवार के पास है. दर्शन हीरानंदानी प्रॉपर्टी टाइकून निरंजन हीरानंदानी के बेटे हैं और अपने पिता के रियल एस्टेट बिजनेस में एक महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं. वह बेंगलुरु, मुंबई, हैदराबाद, चेन्नई और हैदराबाद जैसे शहरों में कई बड़े रियल्टी प्रोजक्ट्स में शामिल हैं. दर्शन ने न्यूयॉर्क स्थित रोशेस्टर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से बी.एस.सी. और एमबीए की डिग्री हासिल की है. दर्शन खासतौर पर रियल स्टेट का बिजनेस संभालते हैं. दर्शन हीरानंदानी की कंपनी टाउनशिप, आईटी पार्क सहित इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़े प्रोजेक्ट्स के डेवलेपमेंट के लिए जाने जाते हैं. वह निडर ग्रुप के भी सीईओ हैं. वह डेटा सेंटर ऑपरेटर योट्टा डेटा सर्विसेज, ऑयल एंड गैस सेक्टर की कंपनी एच-एनर्जी, टार्क सेमीकंडक्टर्स और कंज्यूमर सर्विसेज तेज प्लेटफॉर्मस के भी चेयरमैन हैं.
हीरानंदानी ग्रुप की स्थापना 1978 में हुई थी. कंपनी लगभग 40 सालों से रियल स्टेट के बिजनेस में हैं. निरंजन हीरानंदानी, हीरानंदानी ग्रुप्स ऑफ कंपनियों के को-फाउंडर और मैनेजिंग डायरेक्टर हैं. हीरानंदानी को ग्रुप के रियल स्टेट बिजनेस को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहुंचाने का श्रेय जाता है. इसके अलावा उन्हें कई दूसरे सेक्टर्स जैसे डाटा सेंटर्स की स्थापना, क्लाउड कंप्यूटिंग, एनर्जी सेक्टर, औद्योगिक वेयरहाउस और लॉजिस्टिक्स के क्षेत्र में कंपनी के कदम आगे बढ़ाने के लिए जाना जाता है.
क्या है हीरानंदानी ग्रुप का इतिहास?
हीरानंदानी ग्रुप का नाम निरंजन हीरानंदानी से जुड़ा है. उन्होंने अपने छोटे भाई सुरेंद्र हीरानंदानी के साथ साल 1978 में इसकी शुरुआत की थी. उन्होंने तब 4.8 करोड़ वर्गफुट का कंस्ट्रक्शन किया था. इसमें रेसिडेंशियल और कामर्शियल, दोनों तरह के प्रोजेक्ट्स शामिल थे. ये प्रोजेक्ट्स मुंबई के पवई, पनवेल के साथ साथ दक्षिण भारत के चेन्नई, पश्चिम भारत के अहमदाबाद और महाराष्ट्र के थाणे में थे.
परिवार में कौन-कौन है
निरंजन हीरानंदानी का जन्म मुंबई में हुआ था. हीरानंदानी परिवार सिंधी विरासत का है. उनके पिता लखुमल हीरानंदानी, एक ईएनटी सर्जन थे. निरंजन हीरानंदानी के बड़े भाई का नाम नवीन और छोटे भाई का नाम सुरेंद्र है. निरंजन हीरानंदानी की शादी कमल हीरानंदानी से हुई है जिनसे उनके दो बच्चे एक बेटी, प्रिया और एक बेटा, दर्शन हैं. प्रिया की शादी लंदन स्थित व्यवसायी साइरस वांड्रेवाला से हुई है जबकि दर्शन की शादी दिल्ली के बिजनेसमेन प्रदीप झालानी और उनकी पत्नी शबनम झालानी की बेटी नेहा झालानी से हुई है. दोनों के दो बच्चे हैं.
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