नौसेना के पूर्व उप प्रमुख वाइस एडमिरल जी. अशोक कुमार को राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय (National Security Council Secretariat) में पहले राष्ट्रीय समुद्री सुरक्षा समन्वयक (National Maritime Security Coordinator) के रूप में नियुक्त किया गया है.
बताया जा रहा है कि यह 21 नवंबर, 2021 को सुरक्षा पर कैबिनेट समिति ने एनएमएससी के पद को मंजूरी दी गई थी. और अब इस पद पर जी. अशोक कुमार को नियुक्त किया गया है. राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में जोड़े गए इस पद का नेतृत्व भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल कर रहे हैं.
इसलिए अशोक कुमार अजीत डोभाल को रिपोर्ट करेंगे. उन्हें राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित मामलों में प्रधानमंत्री को सलाह देने का काम सौंपा गया है.
कौन हैं जी. अशोक कुमार:
अब सवाल यह है कि आखिर जी. अशोक कुमार कौन हैं, जिन्हें इतना महत्वपूर्ण पद सौंपा गया है. बता दें कि वाइस एडमिरल जी. अशोक कुमार ने 30 जनवरी 2019 को नौसेना स्टाफ के उप प्रमुख के रूप में पदभार संभाला था.
अशोक कुमार खड़कवासला में सैनिक स्कूल, अमरावती नगर और राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) के छात्र रहे हैं. वह 1 जुलाई 1982 को पुणे में भारतीय नौसेना की कार्यकारी शाखा में शामिल हुए. उन्होंने 1989 में कोच्चि में नौवहन और संचालन में विशेषज्ञता हासिल की.
39 साल दी नौसेना में सेवा:
अशोक कुमार की एक्सपर्टीज़ को देखते हुए उन्हें भारतीय नौसेना के जहाज ब्यास, नीलगिरी, रणवीर और विक्रांत में बतौर शिपिंग अफसर तैनात किया गया था. उन्होंने 30 जनवरी 2019 को भारतीय नौसेना के उप प्रमुख के रूप में पदभार ग्रहण किया था. 39 सालों तक भारतीय नौसेना में विभिन्न पदों पर सेवा देने के बाद 31 जुलाई 2021 को सेवानिवृत्त हुए.
अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने नौसेना में कई महत्वपूर्ण पद संभाले जैसे भारतीय नौसेना वर्क-अप टीम में स्टाफ ऑफिसर (ऑपरेशन / एनडी), डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज, वेलिंगटन में ट्रेनिंग टीम के चीफ (नौसेना प्रमुख), भारतीय उच्चायोग में रक्षा सलाहकार आदि.
अशोक कुमार डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज, वेलिंगटन से ग्रेजुएट हैं और क्वांटिको, वर्जीनिया, यूएसए में अभियान संचालन पाठ्यक्रम के अलावा मऊ में आर्मी हायर कमांड कोर्स में शामिल हुए हैं.
मिले हैं कई सम्मान:
नौसेना में तीन दशकों से अधिक के अपने असाधारण करियर के दौरान उन्होंने कई चुनौतीपूर्ण स्टाफ और कमांड पदों पर कार्य किया है. और अपने असाधारण प्रतिनिधित्व के लिए उन्हें समय-समय पर सम्मानित भी किया गया. अपने योगदान के कारण उन्होंने परम विशिष्ट सेवा मेडल, अति विशिष्ट सेवा मेडल और विशिष्ट सेवा मेडल जीते हैं.
और अब रिटायरमेंट के बाद देश की सुरक्षा के लिए एक बार फिर जी. अशोक कुमार एक नयी पारी शुरू करने जा रहे हैं. हमें उम्मीद है कि इस पद को भी वह बाखूबी संभालेंगे.