रविवार की सुबह पूरे भारतवर्ष में घना कोहरा देखा जा रहा है. आम तौर पर घने कोहरे की घटना को भारी बारिश, लू, भयंकर शीत लहर जैसा गंभीर नहीं माना जाता है. लेकिन मौसम विभाग की माने तो घना कोहरा किसी भी तरीके से इन परिस्थितियों से कम जानलेवा और गंभीर नहीं है. इसीलिए मौसम विभाग लगातार काफी घने कोहरे और घने कोहरे की हालत में अलर्ट जारी करता है. पिछले कुछ दिनों से दिल्ली समेत उत्तरी भारत मैं कोहरे को लेकर रेड और ऑरेंज अलर्ट मौसम विभाग ने जारी किया है.
क्यों है कोहरा ज्यादा जानलेवा
कोहरे में सबसे ज्यादा असर विजिबिलिटी पर पड़ता है. ऐसी स्थिति में हर तरह का यातायात प्रभावित होता है. सड़क, रेल, वायु के साथ-साथ नदियों में चलने वाले नाव और स्टीमर पर भी कोहरे का काफी ज्यादा असर देखा जाता है. घने कोहरे की हालत में कई सारी सड़क दुर्घटनाएं देखने को मिलती हैं साथ ही साथ रेल यातायात को भी काफी सावधानियों के साथ ऑपरेट करना पड़ता है. देश के ज्यादातर एयरपोर्ट पर भी जीरो विजिबिलिटी की हालत में हवाई सेवाएं बिल्कुल ठप्प पड़ जाती हैं.
सिर्फ यातायात ही नहीं बल्कि स्वास्थ्य और बिजली के लिए भी है कोहरा परेशान करने वाला
कोरी की वजह से यातायात तो प्रभावित होता ही है कई बार बिजली भी प्रभावित होती है. हाई टेंशन वायर पर मौजूद धूल कानों के कोहरे के प्रभाव में आने की वजह से एक बड़े इलाके में बिजली की आपूर्ति प्रभावित होने का भी खतरा बना रहता है. इसके अलावा स्वास्थ्य पर भी कोहरा बहुत प्रतिकूल असर डाल सकता है. लगातार बिना मुंह ढके बाहर रहने पर स्वास्थ्य से जुड़ी परेशानियां भी पैदा हो सकती हैं. इसलिए डॉक्टर कोहरे में मुंह ढक कर बाहर निकलने की सलाह देते हैं.
-कुमार कुनाल की रिपोर्ट