भारतीय रेल को देश की लाइफ लाइन कहा जाता है. देश की आबादी का एक बड़ा हिस्सा रोजाना ट्रेनों के सफ़र में रहता है. ट्रेनों की यात्रा को सुगम और सुरक्षित बनाने के लिहाज से रेलवे एक तरफ जहां तमाम सेफ्टी मेजर्स को फॉलो करता है. वहीं दूसरी तरफ रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की सुरक्षा के लिए भी अलग-अलग तरह के इंडिकेशंस का प्रयोग करता है. इसी कड़ी में आज हम आपको रेलवे प्लेटफार्म पर सुरक्षा से जुड़ी एक जानकारी देने जा रहे हैं.
रेलवे यात्रा के दौरान आप प्लेटफार्म पर जब पहुंचते हैं तो आपने देखा होगा कि प्लेटफॉर्म पर रेलवे लाइन के समानांतर एक पीली पट्टी बनी रहती है. कहीं-कहीं इस पीली पट्टी को प्लेटफार्म पर पीले रंग से रंग कर बनाया जाता है. तो किसी किसी स्टेशन पर पीले रंग के टाइल्स से ही पट्टी बना दी जाती है. जिसकी सतह उभरी हुई भी होती है. क्या आप जानते हैं कि इस पीली पट्टी को बनाने का मकसद क्या है और इसे उभरा हुआ क्यों बनाया जाता है. आज हम आपको बताते हैं कि इस पीली पट्टी का राज क्या है.
दरअसल रेलवे प्लेटफार्म पर पीली पट्टी इसलिए लगाई जाती है. क्योंकि ट्रेन प्लेटफार्म पर पहुंचने वाली होती है तो लोग ट्रेन में पहले चढ़ने के चक्कर में बिल्कुल रेलवे ट्रैक के करीब पहुंच जाते हैं. लेकिन यह पीली पट्टी इस बात का इंडिकेशन होती है कि आपको ट्रेन के प्लेटफार्म पर पहुंचने के समय पीली पट्टी से पीछे ही रहना है. ताकि कोई यात्री ट्रेन की चपेट में ना आने पाए. साथ ही या पीली पट्टी सतह से कुछ उभरी हुई होती है. ऐसा इसलिए होता है ताकि कोई भी दृष्टिबाधित व्यक्ति अगर ट्रेन पकड़ने के लिए प्लेटफार्म पर मौजूद है तो वह आगे चलते चलते रेलवे ट्रैक में गिर ना जाए. दृष्टिबाधित व्यक्तियों के लिए यह उभरी हुई पीली पट्टी काफी सहायक होती है.
(चंदौली से उदय गुप्ता की रिपोर्ट)