बेंगलुरु का केंपेगौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट दुनिया के सबसे बड़े यात्री विमान का पहली बार वेलकम के लिए तैयार है. दोपहर 3 बजकर 40 मिनट का वो ऐतिहासिक पल होगा जब इस एयरपोर्ट पर विशाल विमान एयरबस ए-380 उतरेगा. अमीरात EK-562 की ये फ्लाइट दुबई से उड़ान भरकर बेंगलुरु पहुंचेगी.
इससे पहले दिल्ली में भी कर चुका है लैंडिंग
इसके बाद रिटर्न ट्रिप के लिए ये विमान केंपेगौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से पहली बार उड़ान भरेगा. सरकार से ए-380 विमान के संचालन की इजाजत मिलने के बाद. 30 मई 2014 को पहली बार दुनिया के इस सबसे बड़े यात्री विमान की भारत में लैंडिंग हुई थी. तब ये विमान दिल्ली के इंदिरा गांधी एयरपोर्ट के टर्मिनल 3 पर उतरा था.
अब बेंगलुरु में पहली बार ये विमान लैंड करने जा रहा है. ये मौका इसलिए खास है, क्योंकि दुनिया का सबसे बड़ा यात्री विमान यहां उतरने जा रहा है. 70 कारों के पार्किंग एरिया के बराबर के आकार वाले इस विमान की खासियत के बारे में भी जान लीजिए.
क्या है इस विमान की खासियत?
ये डबल डेकर है, जिसके इकॉनोमी क्लास में 853 यात्री सफर कर सकते हैं. 560 टन वजनी इस विमान की लंबाई 72.7 और ऊंचाई 24 मीटर है. केबिन 6.5 मीटर चौड़ा और 50 मीटर लंबा है. इसके विंग्स 80 मीटर लंबा है. एयरबस ए-380 में 4 रोल्स रॉयस ट्रेंट के 900 टर्बोफैन के इंजन लगे हैं. इसके चक्कों का डिजाइन ही ऐसा होता है. जिससे विमान को रोकने के लिए जरूरी बल मिल जाता है. इसलिए इसके सबसे बाहरी इंजन में थ्रस्ट रिवेर्सर नहीं होता है. कॉकपिट में कई तरह के कंप्यूटर और इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरण लगे हैं. रडार से लेकर एयर कंडीशनिंग और फ्लाइट कंट्रोल तक पर कंप्यूटर इंजीनियर नजर रखते हैं.
प्लेन में हर तरह की सुविधा मौजूद
इस विमान में हर तरह की सुविधा और मनोरंजन मौजूद है. विमान के निचले तल पर स्टाफ के लिए बिस्तर तक है. जहां लंबी यात्रा के दौरान वो आराम कर सकते हैं. एयरबस ए-380 के साइज और भारतीय विमानन कंपनियों को होने वाले नुकसान को लेकर पहले इसे भारत में ऑपरेशन की इजाजत नहीं दी गई थी. लेकिन 2014 में दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद और बेंगलुरु में इसकी लैंडिंग और टेक ऑफ की इजाजत दी गई.