एक देश सही मायनों में लोकतांत्रिक तभी होता है जब वहां लोकतंत्र के सभी मूल्यों का सही तरीके से पालन हो रहा है. हाल ही में जारी हुई इकोनॉमिस्ट इंटेलिजेंस इंडेक्स में नॉर्वे को पहला स्थान दिया गया है. नॉर्वे को लोकतंत्र के लिए सर्वाधिक 9.75 अंक मिले हैं. इस सूची में लोकतांत्रिक मूल्यों के आधार पर देशों को रैंकिंग दी गई है. बता दें भारत को इस लिस्ट में 6.91 अंक के साथ 46वां रैंक मिला है. सर्वेक्षण किए गए 167 क्षेत्रों में से, केवल 21 को पूर्ण लोकतंत्र माना गया, जो दुनिया की 6.4% आबादी का प्रतिनिधित्व करते हैं, जबकि 53 देश ‘त्रुटिपूर्ण लोकतंत्र’ श्रेणी में आते हैं.
कई बातों का रखा जाता है ध्यान
वर्ष 2006 से, इकोनॉमिस्ट इंटेलिजेंस अपने लोकतंत्र सूचकांक के माध्यम से लगभग 165 स्वतंत्र राष्ट्रों और दो क्षेत्रों में दुनिया भर में लोकतंत्र की स्थिति को सामने ला रहा है. पिछले साल का लोकतंत्र सूचकांक 10 फरवरी, 2022 को प्रकाशित हुआ था. यह स्पष्ट रूप से बताई गई पांच श्रेणियों पर आधारित है - चुनावी प्रक्रिया और बहुलवाद, सरकार की कार्यप्रणाली, राजनीतिक भागीदारी, राजनीतिक संस्कृति और नागरिक स्वतंत्रता. इन श्रेणियों के अनुसार, सूची को आगे तीन श्रेणियों में विभाजित किया गया है जिसमें पूर्ण लोकतंत्र, त्रुटिपूर्ण लोकतंत्र, हाइब्रिड शासन और सत्तावादी शासन वाले राष्ट्र शामिल हैं.
पाकिस्तान को मिली 104 रैंक
46वें स्थान के साथ भारत को ‘त्रुटिपूर्ण लोकतंत्र’ में रखा गया है. अगर आप इसके बारे में सोचकर दुखी हैं, तो आपको यह भी पता होना चाहिए कि यूएसए को भी दोषपूर्ण लोकतंत्र वाले राष्ट्र के रूप में रखा गया है. पड़ोसी देश पाकिस्तान को 104 रैंक के साथ हाइब्रिड शासन में और नीचे रखा गया है. बता दें कि नॉर्वे के बाद दुसरे नंबर पर न्यूजीलैंड और तीसरे नंबर पर फिनलैंड है. वहीं इस रैंकिंग में नॉर्डिक देश स्वीडन चौथे और आइसलैंड पांचवें नंबर पर है.