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Yogi Cabinet Expansion: योगी कैबिनेट में ओपी राजभर सहित शामिल हुए ये चार मंत्री, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने दिलाई शपथ

Yogi 2.0 Government: उत्तर प्रदेश में योगी सरकार की कैबिनेट का विस्तार किया गया है. योगी मंत्रिमंडल में 4 और सदस्यों की जगह दी गई है. मंगलवार को राजभवन में गवर्नर आनंदी बेन पटेल ने इन सदस्यों को मंत्री पद की शपथ दिलाई. बीजेपी के सुनील कुमार शर्मा और दारा सिंह चौहान, राष्ट्रीय लोकदल (RLD) के अनिल कुमार और SBSP के मुखिया ओम प्रकाश राजभर ने मंत्री पद की शपथ ली.

Yogi Adityanath (file photo) Yogi Adityanath (file photo)
हाइलाइट्स
  • सपा को छोड़ बीजेपी का दामन थामने वाले दारा सिंह बने मंत्री

  • रालोद विधायक अनिल कुमार को भी मिली बड़ी जिम्मेदारी

UP Cabinet Expansion Today: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई वाली सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला मंत्रिमंडल विस्तार मंगलवार शाम को 5 बजे राजभवन में किया गया. इसमें दो बीजेपी, एक राष्ट्रीय लोक दल और एक सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के विधायक को मंत्री बनाया गया. राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर, रालोद विधायक अनिल कुमार, बीजेपी नेता दारा सिंह चौहान और सुनील कुमार शर्मा को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. अब यूपी सरकार में मंत्रियों की संख्या बढ़कर 22 हो गई है.

पिछड़े और दलित चेहरों को तरजीह 
योगी सरकार (Yogi Government) ने मंत्रिमंडल विस्तार में पिछड़े और दलित चेहरों को तरजीह दी है. योगी कैबिनेट के विस्तार में जातिगत समीकरण के साथ साथ क्षेत्रीय समीकरण का भी ख्याल रखा गया है. इन चारों नेताओं को योगी कैबिनेट में शामिल करके बीजेपी ने लोकसभा चुनाव से पहले यूपी में जातिगत और सामाजिक समीकरण को एक तरह से साध लिया है.

कैबिनेट विस्तार के बाद SBSP के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजभर ने कहा, ये बड़ी जिम्मेदारी है. प्रदेश में गरीब, दलित, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों की योजनाओं का लाभ लोगों तक पहुंचाने के लिए सरकार कटिबद्ध है. उत्तर प्रदेश कैबिनेट विस्तार पर RLD विधायक और नए मंत्री अनिल कुमार ने कहा, मैं पार्टी अध्यक्ष जयंत चौधरी, प्रधानमंत्री मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का धन्यवाद करता हूं कि उन्होंने मुझे यह मौका दिया है. मुझे जो भी जिम्मेदारियां दी जाएंगी, मैं उसे निभाऊंगा.

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आरएलडी हाल ही में एनडीए का हिस्सा बनी है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश में इस पार्टी की अच्छी खासी पकड़ है. आरएलडी कोटे से मंत्री बने अनिल कुमार दलित समुदाय से आते हैं. तीन बार से विधायक का चुनाव जीतने वाले अनिल कुमार साल 2022 के चुनाव में मुजफ्फरनगर की पुरकाजी सीट से चुनकर विधानसभा पहुंचे हैं.

मंत्री बने चारों नेताओं के बारे में जानिए
वाराणसी के सन्नू राजभर के घर में जन्म लेने वाले ओपी राजभर ने राजभर राजनीति को खूब गरमाया है. भाजपा की योगी सरकार के पहले कार्यकाल में भी राजभर को मंत्री बनाया गया था. वे 2019 तक योगी सरकार में मंत्री थे. लोकसभा चुनाव में उचित महत्व न मिलने का आरोप लगाकर वे भाजपा से अलग हुए थे. अब एक बार फिर वे योगी सरकार में मंत्री बने हैं.

सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रमुख ओम प्रकाश राजभर 2017 में भी योगी सरकार का हिस्सा रहे थे. राजभर गाजीपुर जिले की जहूराबाद सीट से विधायक हैं. वैसे तो यूपी में राजभर समुदाय का वोट करीब ढाई फीसदी है लेकिन पूर्वांचल के कुछ जिलों में इस समाज की आबादी 20 प्रतिशत के आसपास है.

साहिबाबाद विधानसभा सीट से बीजेपी की सीट से सुनील शर्मा विधायक हैं. उन्हें सीएम योगी आदित्यनाथ और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का करीबी माना जाता है. उन्हें यूपी के बड़े ब्राह्मण नेताओं में गिना जाता है. 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में सुनील शर्मा के नाम सबसे अधिक वोटों से जीतने का रिकॉर्ड है. योगी मंत्रिमंडल में उन्हें स्थान देकर ब्राह्मण वोट बैंक को साधने का प्रयास किया गया है. 

वहीं रालोद से मंत्री बने अनिल कुमार मुजफ्फरनगर जिले की अनुसूचित जाति की सुरक्षित सीट पुरकाजी से विधायक हैं. दारा सिंह चौहान दूसरी बार योगी आदित्यनाथ सरकार में मंत्री बने हैं. उन्हें पूर्वांचल का कद्दावर नेता माना जाता रहा है. वह बसपा और सपा का भी दामन थाम चुके हैं. दारा सिंह चौहान ओबीसी के नोनिया समुदाय से आते हैं.

मंत्री नहीं बनाए से नाराज थे राजभर
राजभर एनडीए में काफी समय पहले शामिल हो गए थे. लेकिन उन्हें योगी सरकार में अभी तक मंत्री नहीं बनाया गया था. मंत्री नहीं बनाए जाने को लेकर वह कई बार खुलकर नाराजगी भी जता चुके थे. हाल ही में उन्होंने कहा था कि जब तक मैं राजपाठ नहीं ले लेता तब तक मैं होली नहीं मनाऊंगा. हालांकि बाद में उन्होंने अपने बयान पर सफाई भी दी थी. आज राजभर की मंत्री बनने की चाहत पूरी हो गई. 

योगी सरकार 1.0 में मंत्री थे राजभर
2017 के चुनाव में ओम प्रकाश राजभर ने एनडीए के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था. योगी के नेतृत्व में बनी यूपी की पहली सरकार में मंत्री बने थे. हालांकि  बाद में कुछ मतभेद होने के बाद मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. इतना ही नहीं एनडीए से रिश्ता भी तोड़ दिया था. राजभर 2022 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान समाजवादी पार्टी के गठबंधन में शामिल थे. हालांकि वह कुछ माह पूर्व फिर से एनडीए में शामिल हो गए. इस बार वह एनडीए के साथ हैं. राजभर ने यूपी में 80 लोकसभा सीटों पर एनडीए के उम्मीदवारों की जीत का संकल्प व्यक्त किया है.

हालांकि दारा सिंह चौहान का कहना है कि बीजेपी जाति को देखकर मंत्री नहीं बनाती, हमारी पार्टी काम को देखती है. मंत्री पद की शपथ लेने के बाद दारा सिंह चौहान ने गुड न्यूज टुडे से बातचीत में कहा कि उनकी पहली प्राथमिकता प्रधानमंत्री मोदी को तीसरी बार लोकसभा चुनाव जिताने की है और उसके लिए यूपी की सभी 80 सीटों पर एनडीए की जीत होगी.

उन्होंने कहा- मैं अपने समाज के साथ पीएम मोदी की जनकल्याणकारी योजनाओं को हर घर तक पहुंचाने का काम करूंगा. मंत्रिमंडल में जगह देने के लिए पीएम मोदी, सीएम योगी के अलावा पार्टी आलाकमान का शुक्रिया जिन्होंने हम पर भरोसा किया, मेरे समाज और पिछड़ों के मुद्दों को उठाने वाली सरकार में फिर से जनहित के काम करूंगा.