3 जुलाई से शुरू हो रही अमरनाथ यात्रा के लिए पहलगाम हमले के बाद सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं, जिसमें केंद्रीय कमांड सेंटर से 24/7 निगरानी और डेढ़ लाख से ज़्यादा सुरक्षाबलों की तैनाती शामिल है. भोपाल में रजिस्ट्रेशन करा रहे श्रद्धालुओं का कहना है कि उन्हें डर नहीं है और बाबा बर्फानी पर उनका भरोसा अटूट है, एक श्रद्धालु ने कहा, "जब महाकाल बैठे हुए हैं. डरने की कोई जरूरत ही नहीं है." विशेषज्ञों ने भी आश्वासन दिया है कि सेना और बचाव दल पूरी तरह तैयार हैं और यात्रा को लेकर किसी को घबराने की जरूरत नहीं है.