सनातन धर्म में महत्वपूर्ण अमरनाथ यात्रा एक बार फिर आतंकियों के निशाने पर है. बताया जा रहा है कि हालिया हमला पहलगाम और चंदनवाड़ी के बीच हुआ, यह वही पवित्र मार्ग है जिसका हर पड़ाव भगवान शिव की कथा से जुड़ा है. 1993 से लेकर अब तक, पिछले 32 सालों में आतंकियों ने 14 बार यात्रा को निशाना बनाया है, जिसमें साल 2000 का पहलगाम बेस कैंप हमला (32 मौतें) और 2017 में बस पर फायरिंग (7 मौतें) शामिल हैं. एक रचनाकार के शब्दों में, "बंदूकें एरेसर नहीं होती बल्कि वो परमानेंट माकर होती है." इन हमलों के बावजूद, श्रद्धालुओं की आस्था और संख्या लगातार बढ़ी है, 2024 में यह आंकड़ा 5 लाख पार कर गया.