देशभर में आपदा के दौरान राहत और बचाव कार्य करने वाली NDRF और ताकतवर होगी. BEL ने NDRF को 4 हैजमेट वाहन दिये है. जो पूरी तरह से स्वदेशी है. ये वाहन केमिल, बायोलॉजिकल रेडियोलॉजिकल और न्यूक्लिर हमलों को रोकने में मदद करेगा. इसमे लगे अत्याधुनिक सेंसर सीबीआरएन पदार्थों का दूर से पता लगा लेंगे और हैजमेट के साथ तैनात जवान हमले की साजिश को नाकाम कर देंगे. वाहन को "खतरा भविष्यवाणी सॉफ्टवेयर" के साथ बनाया गया है, ताकि मौसम की जानकारी जवानों को देगा. हैजमेट वाहन G 20 शिखर सम्मेलन में सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करने में अहम भूमिका निभाएगी.
NDRF, which carries out relief and rescue work during disasters across the country, will become more powerful. BEL has given 4 hazmat vehicles to NDRF. Which is completely indigenous. This vehicle will help in preventing chemical, biological, radiological and nuclear attacks. The state-of-the-art sensors installed in it will detect CBRN substances from a distance and the soldiers deployed with hazmat will foil the attack plot.