ओडिशा की लाल चींटियों की चटनी को जीआई यानी जियोग्राफ़िकल इंडिकेशन टैग मिल गया. ये झारखंड और छत्तीसगढ़ में भी काफी लोकप्रिय है. चटनी बनाने से पहले चींटियों को पीसकर सुखाया जाता है. फिर इन्हें लहसुन, मिर्च, अदरक और नमक लगाकर दोबारा पीसा जाता है. दावा है कि इससे कैल्शियम और प्रोटीन भी मिलता है.
Odisha's red ants chutney got GI i.e. Geographical Indication tag. It is also very popular in Jharkhand and Chhattisgarh. Before making chutney, ants are ground and dried. Then they are ground again by adding garlic, chilli, ginger and salt. It is claimed that it also provides calcium and protein.