कारगिल युद्ध के दौरान कैप्टन मनोज पांडे अपने जवानों को लेकर बहादुरी से आगे बढ़ रहे थे. जब उन्होंने बढ़ना शुरू किया था तो आंकलन था उस रास्ते पर दुश्मन के केवल दो बंकर हैं लेकिन आगे पहुंच कर नज़र आया कि दो नहीं 6 बंकर हैं. दुश्मन की नज़र बचाकर कर भारतीय जवान ऊपर तो पहुंच गए, लेकिन पाकिस्तान को शक हो चला था.
During the Kargil war, Captain Manoj Pandey was marching bravely with his soldiers. When he started moving, the assessment was that there are only two bunkers of the enemy on that path, but after reaching further it was seen that there are 6 bunkers not two.