चिथिरई तमिल नववर्ष के शुरुआत का प्रतीक है. इस त्योहार को शैव और वैष्णव संप्रदाय की एकता का प्रतीक माना जाता है. यह त्योहार तमिल संस्कृति के सबसे महत्वपूर्ण और सबसे पुराने त्योहारों में से एक है.. इस उत्सव में भाग लेने...और इसका गवाह बनने लाखों लोग हर साल यहां पहुंचते हैं.