दिल्ली में चुनाव की तारीख के एलान के बाद सियासी पारा चढ़ता जा रहा है. सियासी दल एक दूसरे को घेरने में जुटी हुई हैं. शीशमहल और राजमहल का शोर थमा भी नहीं था कि केजरीवाल ने बीजेपी को घेरने के लिए एक नया दांव चल दिया. केजरीवाल ने जाटों को आरक्षण देने और उन्हें ओबीसी में शामिल करने की मांग को लेकर मोदी को चिट्ठी लिख दी. दिल्ली में जाटों की आबादी 8 फीसदी है और वो दिल्ली की करीब 10 सीटें जाट बहुल हैं. केजरीवाल के जाट कार्ड के जवाब में बीजेपी की तरफ से जाट नेता परवेश वर्मा ने मोर्चा संभाला और बीजेपी को जाटों और गुर्जरों का असली हितैषी बता डाला. वहीं इंडिया गठबंधन में कांग्रेस अलग-थलग पड़ चुकी है. और कांग्रेस के भीतर भी अंतर्कलह शुरू हो गई है.