भव्य राम मंदिर बनकर तैयार है. 22 जनवरी को मंदिर में प्रभु श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी. इस मंदिर के बनाने को लेकर किए गए आंदोलन में कई लोगों ने हिस्सा लिया था. हम आपको आंदोलन के एक ऐसे ही नायक से मिलवा रहे है, जिन्होने 1990 में आंदोलन में हिस्सा लेते हुए सीने पर गोलियां भी खाईं. उनसे बात की हमारी सहयोगी नवज्योत रंधवा ने.
Here we are introducing you to one such hero of the temple movement. Who took bullets in the chest while taking part in the movement in 1990. Santosh Dubey was involved in the kar seva for Ram temple. Our colleague Navjyot Randhawa spoke to him.