Gokul Chadimar Holi 2025: कान्हा की नगरी में होली खेलने का अंदाज बिल्कुल ही निराला है. यहां रंग, अबीर-गुलाल के अलावा फूल, लड्डू, लट्ठ और छड़ी से भी होली खेली जाती है...बृज ही एक जगह ऐसी है जहां लट्ठ और छड़ी से मार खाकर लोग खुद को भाग्यशाली समझते हैं. छड़ीमार होली खेलने की शुरुआत नंदकिले के नंदभवन में ठाकुरजी के सामने राजभोग का भोग लगाकर होती हैै...गोकुल में आज इसी छड़ीमार होली के रंग दिखेंगे.