कर्नाटक सरकार ने सीनियर सिटिजन्स को मंदिरों में दर्शन के लिए विशेष सुविधा देने का फैसला किया है. कर्नाटक में 65 साल और उससे अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों को मंदिर में दर्शन के लिए लाइन में लगने की जरूरी नहीं होगी. कर्नाटक सरकार के अधिकार क्षेत्र वाले लगभग 358 मंदिरों में सीनियर सिटिजन्स को प्रार्थना करने के लिए सीधे प्रवेश मिलेगा. कुक्के में सुब्रह्मण्य मंदिर, कोल्लूर में मूकाम्बिका मंदिर, मैसूर में चामुंडेश्वरी मंदिर और बेलगावी में रेणुका येल्लम्मा मंदिर समेत कई बड़े मंदिरों में अब वरिष्ठ नागरिकों को विशेष दर्शन की सुविधा मिलेगी. कर्नाटक सरकार ने ये फैसला एक याचिका पर लिया है, जिसमें वरिष्ठ नागरिकों को होने वाली दिक्कतें बताई गई थीं. सरकार की ओर से जारी निर्देश में कहा गया है कि हाल के दिनों में मंदिरों में पहुंचने वाले भक्तों की संख्या में काफी बढ़ोतरी हुई है. ऐसी स्थिति में वरिष्ठ नागरिकों के लिये कतार में खड़े होकर इंतजार करना बहुत मुश्किल हो जाता है. इसलिए ये निर्देश दिया जाता है कि 65 साल और उससे अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों को आयु प्रमाण या आधार कार्ड दिखाने पर शीघ्र दर्शन कराने की व्यवस्था करें. इसके साथ मंदिरों को ये भी निर्देश दिया गया है कि जहां मुमकिन हो, वहां वरिष्ठ नागरिकों के लिए दर्शन की अलग से व्यवस्था करें.
The Karnataka government has decided to provide special facilities to senior citizens for darshan in temples. In Karnataka, senior citizens of 65 years and above will not be required to stand in line for darshan in the temple. Senior citizens will get direct entry to offer prayers in about 358 temples under the jurisdiction of the Government of Karnataka. Several big temples including Subrahmanya Temple in Kukke, Mookambika Temple in Kollur, Chamundeshwari Temple in Mysore and Renuka Yellamma Temple in Belagavi will now have special darshan facility for senior citizens.