कार्तिक महीने में काशी के घाट कुछ वक्त के लिए मथुरा और वृंदावन का स्वरुप धारण कर लेते हैं. साढ़े चार सौ साल से ये परंपरा बदस्तूर चली आ रही है. गंगा घाट पर कृष्ण के बाल-गोपाल रूप के दर्शन होते हैं और कृष्ण की वो लीला दिखाई जाती है, जब बंसी वाले ने कालिया नाग को परास्त किया था.कृष्ण की लीला को देखने के लिए हजारों की संख्या में लोग जुटते हैं और कान्हा की भक्ति में डूब जाते हैं. देखें ये वीडियो.
In the month of Kartik, the Ghats of Kashi take the form of Mathura and Vrindavan for some time. This tradition has been going on unabated for four and a half hundred years. The Bal-Gopal form of Krishna is seen on the Ganges Ghat and the Leela of Krishna is shown when the Bansiwala defeated Kaliya Nag. Watch the video to know more.