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मध्य प्रदेश: ये हैं आज के 'मोगली', समझते हैं बंदरों की भाषा, देखें

मध्य प्रदेश के आगर मालवा के रहने वाले लोकेंद्र सिंह को आप नए जमाने का मोगली भी कह सकते हैं. मोगली की भांति इन्होंने अपना बचपन भले ही जंगल में जानवरों के बीच ना बिताया हो लेकिन बेजुबान लंगूर को समझने में 40 साल से ज्यादा का वक्त जरूर गुजार दिया है. भरोसा इतना गहरा है कि ये जंगली लंगूर कभी इनकी गोदी में बैठ जाते हैं तो कभी कंधे पर और कभी इनके साथ खेलने लग जाते हैं. बैजनाथ मंदिर के पुजारी मुकेश पिछले 5 सालों से लोकेंद्र सिंह को मंदिर प्रांगण में बन्दरों के बीच समय गुजारते देख चुके हैं. देखें पूरी खबर.

Madhya Pradesh's Lokendra Singh has developed a heart-to-heart connection with monkeys and he is often seen playing with these animals. He has spent 40 years in understanding these animals. Watch this video to know more about this story.