एक ऐसी कहानी जो आपका दिल छू लेगी.ये कहानी बेटी के चेहरे पर मुस्कान देखने की एक मां की कोशिश की है.उसी कोशिश का नतीजा है कि बेटी अब अपने पैरों पर खड़ी हो पाएगी.12 साल की ये बच्ची कल तक अपने पैरों पर चलने के काबिल नहीं थी, कराटे सीखते हुए उसे चोट लगी.जो इस बच्ची के लिए जिंदगी और मौत का सवाल बन गई. कशिश हड्डियों की एक गंभीर बीमारी से पीड़ित थी.ऐसे में जब उसे चोट लगी तो इन्फेक्शन हुआ और हड्डियां गलने लगीं.जिसके बाद मर्ज बढ़ते इतना बढ़ गया की कशिश का परिवार परेशान हो गया. शुरु मे कशिश का इलाज बिहार में चला, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ.जिसके बाद परिवार दिल्ली आया और फिर बच्ची का इलाज शुरु हुआ.क्या है मां की तपस्या आप भी देखिए.
When Kashish was just 12-year-old; she developed a chronic bone infection called Osteomyelitis in her right thigh bone. It is considered a rare and non-healing infection. Five weeks after the injury –sustained during her Karate session –the infection had affected 15 cm of her right thigh bone. And her body movements were completely restricted. Her mother Khushboo –for months --prayed for her eldest daughter’s recovery and finally, the surgery has started to show positive results. Watch the video to know more.