आज रतन टाटा की बात करते हैं. रतन टाटा ने न सिर्फ टाटा ग्रुप को कामयाबी की ऊंचाई पर पहुंचाया बल्कि उन्होंने देश को भी सबसे आगे रखा. उनकी सादगी और भरोसा उम्र भर पहचान रहे. आज उनकी मेहनत का ही ये नतीजा है कि टाटा ग्रुप की घर-घर में एक अलग पहचान है. ऐसा भरोसा बनाने में बरसों लगते हैं और काफी कुछ त्याग करना पड़ता है. लेकिन जिसके पीछे रतन टाटा हों उन्हें कोई फ़िक्र नहीं करनी पड़ती.