भारत और वियतनाम के बीच ब्रह्मोस मिसाइल को लेकर 700 मिलियन डॉलर का सौदा होने वाला है. यह समझौता दक्षिण चीन सागर में तनाव के बीच वियतनाम की रक्षा क्षमता को बढ़ाने में मदद करेगा. ब्रह्मोस मिसाइल की तैनाती चीन के लिए एक बड़ी चुनौती होगी क्योंकि चीन के पास अभी ऐसे एयर डिफेंस सिस्टम नहीं है. जो ब्रह्मोस को ट्रैक कर उसे रोक सके. इस समझौते से भारत और वियतनाम के बीच रक्षा सहयोग मजबूत होगा और भारत को चीन के खिलाफ़ रणनीतिक फायदा मिल सकता है.