बाप और बेटा कार में जाते हुए बातें कर रहे थे.
बेटा :- पापा ज्यादा दारू पीने के बाद क्या होता है?
बाप :- बेटा, सामने उन 4 पेड़ो को देख रहे हो, वो 8 दिखाई देने लगेंगे.
बेटा चिल्लाते हुए- अरे गाड़ी रोको.. सामने 4 नहीं 2 पेड़ हैं.
पिता ने अपने बेटे को दो-तीन झापड़ मार दिए,
थोड़ी देर बाद प्यार से सॉरी बोल दिया.
बेटा – डैड, एक कागज लो, उसे मोड़ो,
रोल बनाओ. वापस उस कागज को खोलो
और देखो क्या वह पहले जैसा ही कड़क है
पिता – नहीं...
बेटा – सही कहा, रिश्ते भी ऐसे ही होते हैं. सॉरी से काम नहीं चलता.
पिता – बेटा बाहर मेरा स्कूटर खड़ा है.
जाओ और उस पर एक किक मारो.
बताओ क्या वह स्टार्ट हुआ..
बेटा – नहीं हुआ..
पिता – अब तीन-चार किक मारो..
बेटा – स्टार्ट हो गया
पिता – तू भी वही स्कूटर है, कागज नहीं.
ज्ञान मत दे मुझे.
बेटा कॉलेज की पढ़ाई पूरी करके
घर आया तो पापा ने पूछा- बेटा तूने
तीन साल की कॉलेज लाइफ में
सबसे मुश्किल काम कौन-सा सीखा है?
बेटा – बस की छत पर बैठकर तेज हवाओं में
एक तीली से तीन सिगरेट जलाना.
बेटा घर के पीछे कुएं में उल्टा लटका हुआ है!
बच्चा :- पापा जैसे आप मुझे मारते हो..
क्या दादाजी भी आपको मारते थे..
बाप:- हां बेटा...
बच्चा:- तो मैं पूछना चाह रहा था...
ये खानदानी पागलपन कब तक चलेगा.
पिताजी डांटते हुए अपने बेटे से बोले:
राजू तुम्हें फूल तोड़ लाने को कहा था और
तुम पूरी डाली तोड़ लाए, जल्दी बोलो क्यों?
राजू: पिताजी, वहां लिखा था कि फूल तोड़ना मना है,
इसलिए मैं डाली सहित तोड़ लाया.