अर्ज किया है,
वो मुड़ मुड़ कर देख रही थी हमें और हम उन्हें..
वो मुड़ मुड़ कर देख रही थी हमें और हम उन्हें…
क्योंकि एग्जाम चल रहा था, और..
ना उन्हे कुछ आ रहा था,
ना हम कुछ आ रहा था.
तेरे ग़म में तड़प कर मर जायेंगे;
मर गए तो तेरा नाम ले जायेंगे;
रिश्वत देकर तुझे भी बुलायेंगे;
तुम ऊपर आओगे तो साथ बैठकर कुरकुरे खायेंगे.
कॉलेज की गलियों में अजीब खेल होता है;
क्लास के बहाने दिलों का मेल होता है;
नोट की जगह लव लैटर एक्सचेंज होता है;
इसीलिए तो पप्पू हर साल फेल होता है.
अर्ज किया है…
कल गौर से देखा था जो आईना..
वाह.. वाह..
कल गौर से देखा था जो आईना..
उस पर लिखा ‘मेड इन चाइना’
इश्क में ये अंजाम पाया है,
हाथ पैर टूटे और मुंह से खून आया है,
हॉस्पिटल पहुंचा तो नर्स ने फ़रमाया,
बहारो फूल बरसाओ,
किसी का महबुब एंबुलेंस में आया है