कर्मचारियों की छंटनी करने वाली कंपनियों की लिस्ट में अब गूगल का नाम भी जुड़ गया है. गूगल की पेरेंट कंपनी अल्फाबेट ने कहा कि वह 12,000 कर्मचारियों की छंटनी की योजना बना रही है. सीईओ सुंदर पिचई ने कर्मचारियों को भेजे ई-मेल में यह जानकारी देते हुए कहा कि वह छंटनी के फैसले की पूरी जिम्मेदारी लेते हैं. हालांकि उन्होंने प्रभावित कर्मचारियों की मदद करने का भरोसा जताया है.
कर्मचारियों को भेजे मेल में पिचई ने लिखा है कि फोकस बढ़ाने, कॉस्ट बेस में बदलाव करने और हमारे टैलेंट और पूंजी को हमारी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में लगाने के लिए हमारे लिए यह बेहद अहम क्षण है. गूगल के इस कदम से एचआर और कॉर्पोरेट के साथ-साथ इंजीनियरिंग और प्रोडक्ट्स टीम भी प्रभावित होंगी. गूगल ने कहा कि यह छंटनी वैश्विक स्तर पर है और अमेरिका में काम करने वाले कर्मचारियों पर इसका तत्काल असर होगा. पिचई ने कहा कि यह फैसला मुझ पर भारी है. मैं उन निर्णयों के लिए पूरी जिम्मेदारी लेता हूं जिनके चलते हम इस स्थिति में पहुंच गए हैं.
कर्मचारियों को मिलेगी थोड़ी मदद
सुंदर पिचई ने कहा कि कंपनी निकाले गए कर्मचारियों की हर संभव मदद देगी. नौकरी ढूंढ़ने में कर्मचरियों की सहायता करने के अलावा कंपनी अमेरिका में अपने कर्मचारियों को पूरे नोटिफिकेशन पीरियड (न्यूनतम 60 दिन) का भुगतान करेगी. इसके अलावा गूगल 16 हफ्ते की सैलरी के साथ ही गूगल में बिताए हर साल पर दो हफ्ते का वेतन और कम से कम 16 हफ्तों का जीएसवी (गूगल स्टॉक यूनिट) सहित एक अच्छा सेवरेंस पैकेज भी देगा.
बोनस और बाकी छुट्टियों का होगा भुगतान
कंपनी से बाहर किए जाने वाले कर्मचारियों को 2022 का बोनस और वैकेशन के साथ ही छह महीने के लिए हेल्थकेयर, जॉब प्लेसमेंट सर्विसेज और इमिग्रेशन सपोर्ट भी दिया जाएगा. अमेरिका के बाहर गूगल स्थानीय नियमों के तहत कर्मचारियों को पूरा सपोर्ट देगी. इसके साथ ही, कंपनी इलिजिबल कर्मचारियों को 80 फीसदी एडवांस बोनस भी देगी.