श्रद्धा मर्डर केस में हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं. दिल्ली पुलिस को सर्चिंग के दौरान श्रद्धा की खोपड़ी का निचला हिस्सा मिला है. इसी के साथ 3 और हड्डियों भी मिली हैं. पुलिस आफताब को नार्को टेस्ट के लिए सीएफएसएल ले जा सकती है. अपनी लिव-इन पार्टनर की हत्या करने और उसके शरीर के 35 टुकड़े करने की बात कबूल करने वाला आफताब सवालों के भ्रामक जवाब दे रहा था. इसलिए पुलिस को नार्को टेस्ट की परमिशन लेनी पड़ी. पुलिस हिरासत में आफताब को 24X7 सीसीटीवी की निगरानी में रखा जा रहा है.
आफताब के पास थे कई नंबर्स
श्रद्धा मर्डर केस में अब खुलासा हुआ है कि आफताब ने जिस नंबर से फ्रिज मंगवाया वह नंबर श्रद्धा के नाम पर रजिस्टर्ड है. अब तक आफताब द्वारा दो नंबर इस्तेमाल किए जाने की बात सामने आ रही थी लेकिन अब एक चौकाने वाला खुलासा हुआ है. आफताब दो नहीं, लेकिन तीन से चार नंबर इस्तेमाल करता था. सोशल मीडिया के लिए उसके पास ########26 और ########20 से कनेड्टेड नंबर थे. पैकर्स एंड मूवर्स से मुंबई से सामान मंगवाने के लिए उसने #######49 का इस्तेमाल किया था और फ्रिज मंगवाने के लिए उसने #######18 नंबर का इस्तेमाल किया था. चौकाने वाली बात यह है कि जिस नंबर से उसने फ्रिज मंगवाया था वह नंबर श्रद्धा वालकर के नाम पर रजिस्टर्ड है. फेसबुक पर login करने के लिए श्रद्धा उसी नंबर का इस्तेमाल किया करती थी.
आफताब के पास थे दो से ज्यादा फोन
उसी #######18 वाले नंबर से उसने जून के महीने में फ्रिज लिया था. मतलब आफताब से पास दो से ज्यादा नंबर्स थे, जिससे यह भी साबित होता है कि वह एक से ज्यादा फोन इस्तेमाल करता था. चौंकाने वाली बात यह भी है कि श्रद्धा का फेसबुक अकाउंट एक और नंबर से linked है, वह नंबर ########20 है. फिलहाल इस नंबर के बारे के जानकारी नहीं मिल पाई है. सूत्रों की मानें तो उसने अलग अलग काम के लिए अलग अलग sim card लिए होंगे. उसने पहले से ही तय कर लिया होगा कि कौन से नंबर से क्या करना है. सबसे बड़ा सवाल यह है कि उसने श्रद्धा का कत्ल करने के बाद उसी के नंबर से फ्रिज मंगवाया.
2019 से साथ थे दोनों
श्रद्धा और आफताब 2019 से रिश्ते में थे, दोनों के बीच आपस में छोटी छोटी बातों में झगड़े हुआ करते थे. हालांकि बहुत कम लोगों को ही श्रद्धा और आफताब के झगड़े की जानकारी थी. दोनों इसी साल परिवार से झगड़ने के बाद मुंबई से दिल्ली शिफ्ट हुए थे. जहां बीती 18 मई को झगड़ा होने के बाद आफताब ने श्रद्धा का गला दबाकर पहले मारा फिर उसके शव के 35 टुकड़े कर महरौली के जंगलों में फेंक दिया. आफताब ने अपनी आखिरी जॉब गुरुग्राम के एक कॉल सेंटर में की थी जहां 6,7 दिन एबसेंट रहने के चलते उसे नौकरी से निकाल दिया गया था.
इनपुट- तेजश्री पुरंदरे