उत्तराखंड में एक चर्च में कुछ दक्षिणपंथी समूहों ने कथित तौर पर प्रार्थना सभा के दौरान हमला किया और तोड़फोड़ की. रुड़की स्थित इस चर्च में हमले के बाद पुलिस ने 200 से ज्यादा लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है. वहीं पुलिस ने यह भी जानकारी दी है कि दक्षिणपंथी संगठनों का दावा है कि ईसाई मिशनरियां यहीं से कथित धर्मांतरण रैकेट चला रही थीं.
अमर उजाला के मुताबिक रविवार शाम को हुए इस हमले में 8 लोग घायल हो गए हैं, वहीं लूटपाट का भी आरोप चर्च प्रशासन ने लगाया है. आरोप यह भी लगाया गया है कि हमला करने वाले लोगों ने महिलाओं और बुजुर्गों को भी निशाना बनाया है.
जैसे ही पुलिस को चर्च पर हमले की सूचना मिली, तत्काल टीम घटनास्थल पर पहुंची. पुलिस के पहुंचने से पहले ही हमलावर मौके से फरार हो गए थे. घटनास्थल पर पुलिस की बड़ी टीम तैनात की गई है. रुड़की में रहने वाले ईसाई धर्मावलंबियों ने कोतवाली पर पहुंचकर घटना के बारे में तहरीर दी है और पुलिस हस्तक्षेप की मांग भी उठाई है.
200 से ज्यादा लोगों के खिलाफ केस
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पुलिस ने भारतीय जनता युवा मोर्चा, भारतीय जनता पार्टी, ओबीसी मोर्चा, महिला मोर्चा और समेत कई अन्य 200 से अधिक लोगों के खिलाफ केस दायर किया है. पुलिस मामले की छानबीन कर रही है.
कब और क्यों हुआ हमला?
दक्षिणपंथी संगठनों का कहना है कि यहां धर्मांतरण का रैकेट चलाया जा रहा था. सोलानीपुरम स्थित इस चर्च में ईसाई समुददाय के लोग प्रार्थना करने के लिए आए थे. तभी करीब 200 से अधिक लोगों चर्च परिसर में दाखिल हुए और धर्मांतरण रैकेट चलाने का आरोप लगाया.
विरोध बढ़ा तो लोगों ने हमला बोल दिया. हमला करने आई भीड़ ने कुर्सी, खिड़की और अन्य वस्तुओं को बुरी तरह से तोड़ दिया है. चर्च में मौजूद लोगों ने लूटपाट का भी आरोप लगाया है. केस की जांच जारी है.