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भारतीय मीडिया की तारीफ कर घिरे जो बाइडेन, व्हाइट हाउस को देनी पड़ी सफाई

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन अपने एक बयान की वजह से अमेरिकी मीडिया के निशाने पर हैं. जो बाइडेन ने भारतीय मीडिया की तारीफ की थी, जिसकी वजह से अमेरिकी मीडिया ने उन्हें घेर लिया. नतीजन, व्हाइट हाउस को उनके बयान पर सफाई पेश करनी पड़ी.

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन. (फाइल फोटो-AP) अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन. (फाइल फोटो-AP)
हाइलाइट्स
  • पीएम मोदी के सामने भारतीय मीडिया की तारीफ

  • अमेरिकी मीडिया ने जताया कड़ा ऐतराज

  • व्हाइट हाउस को देनी पड़ी बयान पर सफाई

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन इन दिनों अपने ही देश की मीडिया के निशाने पर हैं. जो बाइडेन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ पहली द्विपक्षीय मुलाकात के दौरान कुछ ऐसा कहा था, जिसके बाद से ही अमेरिकी मीडिया ने उनके बयान पर कड़ा ऐतराज जताया था. अब यह विवाद इतना बढ़ गया कि व्हाइट हाउस को एक बयान जारी करना पड़ गया, जिसमें जो बाइडेन के बयान पर सफाई पेश की गई.

दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के दौरान जो बाइडेन ने कहा था कि भारतीय मीडिया, अमेरिकी मीडिया की तुलना में बेहतर व्यवहार करता है. अब विवाद के बाद व्हाइट हाउस की ओर से यह कहा गया है कि राष्ट्रपति की टिप्पणी किसी को ठेस पहुंचाने के लिए नहीं थी.

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बीते शुक्रवार को व्हाइट हाउस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपनी पहली व्यक्तिगत द्विपक्षीय बैठक के दौरान भारतीय मीडिया की प्रशंसा की थी. जो बाइडेन ने अमेरिकी मीडिया की चुटीले अंदाज में आलोचना करते हुए कहा था कि अमेरिकी रिपोर्टर किसी दूसरे देश के प्रतिनिधि के सामने सटीक सवाल नहीं करते हैं.

अमेरिकी मीडिया ने बाइडेन प्रशासन पर दागे सवाल

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी से पत्रकारों ने कई तीखे सवाल पूछे. जेन साकी से रिपोर्टर्स ने सवाल किया कि राष्ट्रपति बाइडेन ने ऐसा बयान क्यों दिया. मीडियाकर्मियों ने एक के बाद कई सवाल उनसे पूछे. सवालों के जवाब में जेन साकी राष्ट्रपति जो बाइडेन का बचाव करती नजर आईं.

बाइडेन के बयान पर व्हाइट हाउस ने क्या दी सफाई?

व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने कहा कि मुझे लगता है कि उन्होंने जो कहा वह यह है कि वे हमेशा टू दि पॉइंट नहीं होते हैं. मुझे लगता है कि वह जो संदेश दे रहे थे, आप जानते हैं. वे COVID टीकों के बारे में बात करना चाहते थे, या कुछ अन्य प्रश्नों के बारे में कह रहे थे. वह शायद इस बारे में बात करना चाहें. कुछ प्रश्न हमेशा उस विषय के बारे में नहीं होते हैं, जिस पर वह उस दिन बात कर रहे हैं.'

'अमेरिकी मीडिया की आलोचना नहीं कर रहे थे बाइडेन'

जेन साकी ने यह भी कहा कि मुझे नहीं लगता है कि उनकी टिप्पणी मीडिया के खिलाफ थी, जिस पर शुक्रवार और आज सवाल खड़े किए गए हैं. दरअसल व्हाइट हाउस में ब्रीफिंग के दौरान एक अन्य रिपोर्टर ने भारतीय मीडिया और अमेरिकी मीडिया के बीच तुलना पर आपत्ति जताई है.

भारतीय मीडिया से तुलना पर अमेरिकी मीडिया को ऐतराज

दरअसल व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी से एक रिपोर्टर ने सवाल किया था कि रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स  के मुताबिक, प्रेस की स्वतंत्रता के लिए भारतीय प्रेस दुनिया में 142 वें स्थान पर है. जो बाइडेन भारतीय प्रेस की तुलना अमेरिकी प्रेस से कैसे कर सकते हैं.

'मीडिया का सम्मान करते हैं बाइडेन'

जेन साकी ने इसके पलटवार में कहा कि राष्ट्रपति के लिए काम करते हुए 9 महीने मुझे हो गए हैं. इतने दिनों में उन्होंने 140 से ज्यादा प्रेस ने जो बाइडेन से सवाल किया है. निश्चित तौर पर वे प्रेस की भूमिका का सम्मान करते हैं, प्रेस की स्वतंत्रता और स्वतंत्र प्रेस की भूमिका का उनके मन में आदर है.

प्रेस की स्वतंत्र के मामले में 44वें पायदान पर अमेरिका

जेन साकी ने कहा कि विदेश दौरे के वक्त हमारे साथ मीडिया होती है. दूसरे देशों की राजधानियों में भी प्रेस हमारे साथ होती है. हम प्रेस को साथ ले जाना जारी रखेंगे. मीडिया को अपनी प्रतिबद्धता के साथ काम करना चाहिए. दुनियाभर में प्रेस को स्वतंत्र रहना चाहिए. गौरतलब है कि रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स के अनुसार, प्रेस की स्वतंत्रता के लिहाज से अमेरिकी मीडिया 44 वें स्थान पर है.