मुंबई: पूरे भारत में गणेश चतुर्थी का उत्सव 1893 में मुंबई में शुरू हुआ था. बताया जाता है कि स्वतंत्रता सेनानी बाल गंगाधर तिलक ने अंग्रेजों के खिलाफ आम आदमी को एकजुट करने के लिए पहले सार्वजनिक गणेश चतुर्थी समारोह का आयोजन किया था. और यह परंपरा आज तक चली आ रही है. भगवान गणेश को वास्तव में पूरे महाराष्ट्र में संरक्षक देवता माना जाता है. मुंबई में हर साल लगभग 6000 गणपति की मूर्तियों की स्थापना की जाती है. यहां के कुछ प्रसिद्ध गणेश चतुर्थी पंडालों में लालबागचा राजा, सिद्धिविनायक मंदिर, खेतवाड़ी गणराज और मुंबईचा राजा शामिल हैं. मूर्ति के विसर्जन का प्रमुख स्थान मुंबई का चौपाटी बीच है. (Photo: Unsplash)
हैदराबाद: आप शायद नहीं जानते होंगे कि दक्षिण भारत में हैदराबाद भी एक मशहूर जगह है जहां लोग भव्य गणेश चतुर्थी समारोह देखने जाते हैं. इस शहर में उत्सव विनायक चतुर्थी से शुरू होते हैं और अनंत चतुर्दशी पर समाप्त होते हैं. हैदराबाद में कुछ सबसे महत्वपूर्ण गणेश पंडाल बालापुर, चैतन्यपुरी, दुर्गम चेरुवु, खैरताबाद, पुराने शहर और न्यू नागोले में हैं. भगवान गणेश को आमतौर पर हुसैन सागर झील में विसर्जित किया जाता है. (Photo: Twitter)
गोवा: गोवा जाने का सपना किसका नहीं है. लेकिन इस ड्रीम ट्रेवल के साथ अगर गणेश चतुर्थी का मजा भी ले लिया जाए तो क्या बुरा है. गोवा पर्यटन स्थल और उत्सवों केंद्र, दोनों के लिए मशहूर है. गणेश चतुर्थी गोवावासियों के लिए विशेष है. राज्य में इस त्योहार को मस्ती और उल्लास के साथ मनाया जाता है. आप सुपारी, बेंत, बांस और नारियल से बनी अनूठी गणेश मूर्तियों को देख सकते हैं. गोवा के मापुसा और मार्सेला इस उत्सव को पूरे उत्साह के साथ देखने के लिए बेहतरीन जगहें हैं. मापुसा में गणेशपुरी और खंडोला में प्रसिद्ध गणेश मंदिर हैं. (Photo: Pinterest)
पुणे: पुणे को प्यार से 'महाराष्ट्र की सांस्कृतिक राजधानी' के रूप में जाना जाता है. पुणे गणेश चतुर्थी को रंग, और भक्ति के साथ बहुत धूमधाम से मनाता है. पुणे के कुछ प्रसिद्ध गणेश पंडालों में केसरीवाड़ा गणपति, कस्बा गणपति, तांबड़ी जोगेश्वरी गणपति, गुरुजी तालीम और तुलसी बाग गणपति शामिल हैं. प्रतिष्ठित दगडूशेठ हलवाई गणपति यहां का एक प्रमुख आकर्षण है क्योंकि यह भारत में प्रसिद्ध स्मारकों और मंदिरों की प्रतिकृतियां बनाता है. पुणे में दगडूशेठ हलवाई गणपति और चतुरशृंगी जैसे सुंदर गणेश मंदिर हैं. (Photo: Unsplash)
कनिपक्कम: जब गणेश चतुर्थी समारोह की बात आती है तो कनिपक्कम एक छिपा हुआ रत्न है. आंध्र प्रदेश का यह गांव चित्तूर जिले में बसा है. वरसिद्धि विनायक मंदिर में शानदार भगवान गणेश की मूर्ति है. इस गाव में एक भव्य वार्षिक उत्सव होता है जिसे ब्रह्मोत्सवम के नाम से जाना जाता है. यह 21 दिनों तक चलता है और गणेश चतुर्थी से शुरू होता है. गणेश चतुर्थी के दौरान यहां की यात्रा की योजना बनाने वाले पर्यटक मस्ती और आनंदमय वातावरण का आनंद ले सकते हैं. (Photo: Pinterest)