कालका और शिमला के बीच कनोह ब्रिज बेहद खूबसूरत है. जंगलों और घाटियों से गुजरता हुआ यह पुल अद्भुत है. यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल यह कालका-शिमला रेलवे मार्ग पर सबसे ऊंचा पुल है (Photo: India Mike)
रामेश्वरम को भारत की भूमि से जोड़ने वाला, पंबन ब्रिज 1924 में बना भारत का पहला समुद्री पुल है. जर्मन इंजीनियर विलियम शेज़र ने एक रोलिंग लिफ्ट के साथ इस मेगास्ट्रक्चर को डिजाइन किया था. अब नए पंबन ब्रिज के लिए डिजाइन में सुधार किया जा रहा है. और अब यह भारत का पहला वर्टिकल सी ब्रिज होगा. (Photo: Tripto)
बोगीबील ब्रिज असम और अरुणाचल प्रदेश के तट को जोड़ने वाली ब्रह्मपुत्र नदी पर 4.9 किलोमीटर की कड़ी है. इसका उद्घाटन 2018 में एशिया के दूसरे सबसे लंबे रेल-सह-सड़क पुल के रूप में किया गया था. यह पुल दोनों राज्यों के बीच यात्रा के समय में 10 घंटे की कटौती करता है, और आपात स्थिति में इस पर लड़ाकू विमानों की लैंडिंग भी की जा सकती है. (Photo: India Today)
हैवलॉक ब्रिज, गोदावरी के ऊपर चेन्नई और हावड़ा के बीच फैला है. तीन गोदावरी पुलों में से यह सबसे पुराना है. इसे 1997 में गोदावरी ट्रस ब्रिज द्वारा प्रतिस्थापित किया गया था. जिसे बाद में गोदावरी आर्क ब्रिज द्वारा बदल दिया गया. (Photo: Wikimedia)
गोदावरी आर्क ब्रिज भारत के राजमुंदरी में गोदावरी नदी तक फैला एक बॉलिंग-गर्डर ब्रिज है. यह राजमुंदरी में गोदावरी नदी में फैले तीन पुलों में से सबसे नया है. हैवलॉक ब्रिज सबसे पुराना होने के कारण, 1897 में बनाया गया था, और इसकी पूरी उपयोगिता को पूरा करने के बाद, 1997 में इसे बंद कर दिया गया. गोदावरी ब्रिज के रूप में जाना जाने वाला दूसरा पुल एक ट्रस ब्रिज है और यह भारत का तीसरा सबसे लंबा रोड-कम- रेलवे पुल है. (Photo: Twitter)
शरवती ब्रिज, कर्नाटक का सबसे लंबा ब्रिज है. इस पुल का निर्माण वर्ष 1984 में किया गया था. शरवती पुल लगभग 1.1 किलोमीटर लंबा है. (Photo: Twitter)
चिनाब रेल ब्रिज भारत के जम्मू और कश्मीर के रियासी जिले में बक्कल और कौरी के बीच बन रहा है. पूरा होने पर, यह पुल नदी के ऊपर 359 मीटर की ऊंचाई पर चिनाब नदी तक फैला होगा. जिससे यह दुनिया का सबसे ऊंचा रेल पुल बन जाएगा. (Photo: Twitter)