नई दिल्ली में रशियन हाउस और इंडियन एसोसिएशन ऑफ रशियन कंपैट्रियट्स (IARC) ने रूस और भारत की परंपराओं को एकजुट करते हुए एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया. ये कार्यक्रम पीपुल्स यूनिटी डे मनाने के लिए किया गया.
इस कार्यक्रम में भारत में रहने वाले रूसी कलाकारों ने पेंटिंग प्रदर्शनी लगाई. उन्होंने इन कैनवास पर भारत की खूबसूरती को उकेरा है.
प्रदर्शनी में बच्चों की पेंटिंग्स को भी वहाँ मौजूद लोगों ने खूब सराहा.
जयपुर की व्यस्त सड़कों से लेकर राजस्थान के लोक संगीत और शिव की दिव्य सुंदरता तक, ये सब उन्होंने अपने पेंट ब्रश के जरिए दिखाया.
वहीं, दूसरी प्रदर्शनी डोनबास के छोटे बच्चों ने लगाई थी. उन्होंने अपने जीवन को ब्रश और क्रेयॉन का इस्तेमाल करके कैनवास पर उकेरा.
ये पेंटिंग्स आशा, प्रेम, एकता और सद्भाव को दर्शाती हैं. बच्चों ने इस एग्जीबिशन में टैंकों और जले हुए पेड़ों से लेकर हरियाली और पक्षियों के सुखद शांतिपूर्ण दृश्य उकेरे.
IARC की प्रेसिडेंट Elena Barman ने कहा कि नई दिल्ली में रशियन हाउस में पीपुल्स यूनिटी डे समारोह भारतीय और रूसी संस्कृतियों के सामंजस्यपूर्ण मिश्रण का प्रतीक है, जो भारत और रूस के बीच मजबूत और स्थायी बंधन को मजबूत करने में मदद करता है. हमारा मानना है कि एक-दूसरे की परंपराओं का जश्न मनाने में, हम उन संबंधों को मजबूत करते हैं जो हमारे देशों को बांधते हैं.
रूसी महिलाओं ने इस दौरान एकता दिवस मनाने के लिए साड़ियां पहनीं. इसका मकसद रूस और भारत के बीच एकता और सांस्कृतिक मिश्रण का दिखाना था.
रशियन हाउस ऑफ साइंस एंड कल्चर, जिसे रशियन हाउस के नाम से जाना जाता है, साल 1958 से सांस्कृतिक गतिविधियों के जरिए से भारत और रूसी के बीच दोस्ती को बढ़ावा दे रहा है.
रूस में हर साल 4 नवंबर को यूनिटी डे यानि एकता दिवस मनाया जाता है. इस दिन रूस में राष्ट्रीय अवकाश होता है.