उत्तराखंड घूमने का प्लान बना रहे पर्यटकों के लिए एक बहुत ही अच्छी खबर है. दरअसल, 1 जून से चमोली में स्थित विश्व धरोहर फूलों की घाटी नेशनल पार्क को पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है. कोरोना महामारी के कारण यह नेशनल पार्क पिछले दो सालों से बंद था. (तस्वीर साभार- कमल नयन सिलोरी)
आपको बता दें कि फूलों की घाटी नेशनल पार्क की स्थापना साल 1982 में की गई थी. प्रकृति प्रेमियों के लिए यह जगह जन्नत से कम नहीं है. साल 2005 में इस नेशनल पार्क को World Heritage Sites की लिस्ट में शामिल किया गया है. यह घाटी अपनी दुर्लभ जैव विविधता के लिए प्रसिद्ध है. (तस्वीर साभार- भरत चौहान/Valley of Flowers Website)
समुद्र तल से लगभग 3,600 मीटर की ऊंचाई पर स्थित यह घाटी ग्रे लंगूर, उड़ने वाली गिलहरी, हिमालयी नेवला, काला भालू, लाल लोमड़ी,तितली, हिम तेंदुआ जैसे जीव-जंतुओं का भी घर है. साथ ही, बीच-बीच में आप पुष्पावती नदी के झरनों का भी आनंद ले सकते हैं. (तस्वीर साभार: https://valleyofflowers.info/)
करीब 87.5 वर्ग किमी क्षेत्र में फैली इस फूलों की घाटी में करीब 500 प्रजाति के फूल और लताएं हैं, जिनमें ऑर्किड, पॉपी, प्राइमुलस, गेंदा, डेज़ी आदि शामिल हैं. यह घाटी जड़ी-बूटियों का भी केन्द्र है. इस घाटी की खोज का श्रेय मशहूर ब्रिटिश पर्वतारोही और बोटनिस्ट फ्रेंक स्मिथ को जाता है. (तस्वीर साभार- कमल नयन सिलोरी)
अगर आप फूलों का घाटी नेशनल पार्क जाना चाहते हैं तो आपको पहले से कोई रजिस्ट्रेशन करने की जरूरत नहीं पड़ेगी. पर्यटक यहां पहुंचकर फूलों की घाटी नेशनल पार्क के गेट पर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं. आप टिकट लेकर इस जन्नत जैसी जगह का दीदार कर सकते हैं. वहीं इस बार घाटी के गाइड्स का रजिस्ट्रेशन किया गया है जिस कारण पर्यटकों को परेशान नहीं होना पड़ेगा. अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करें. (तस्वीर साभार- https://valleyofflowers.info/)