पिछली कई सदियों से साइकिल हमारे समाज का विभिन्न अंग रही है. उनके आविष्कार के बाद से ही ये परिवहन का एक लोकप्रिय साधन बन गई थी. वर्ल्ड साइकिल डे पर आइए नजर डालते हैं कि आखिर कैसे इसका स्वरूप बदलता चला गया.
लकड़ी की ड्रैसीन को व्यापक रूप से पहला दोपहिया वाहन और आधुनिक साइकिल का मूलरूप माना जाता है. कहा जाता है कि 1817 में जर्मन बैरन कार्ल वॉन ड्रैस ने इसका आविष्कार किया था.
वेलोसिपेड या 'बोनशेकर' साइकिल 1860 के दशक में लोकप्रिय हुई और माना जाता है कि यह पैडल वाली पहली साइकिल थी. हालांकि, इसपर सवारी करना काफी असहज था.
पेनी-फार्थिंग या हाई व्हील ने 1870 के दशक में बोन्सशेकर की जगह ले ली थी. लेट विक्टोरियन पीरियड में ये अपने आप में एक सांस्कृतिक प्रतीक बन गई थी. वर्ल्ड साइकिल डे
1880 के दशक में सेफ्टी साइकिल काफी पॉपुलर हो गई थी. इसके कई मॉडल तो दशकों में विकसित किए गए थे. लेकिन इसका बेसिक डिजाइन था. आज भी इन साइकिलों को उपयोग किया जाता है.
20वीं शताब्दी की शुरुआत में सेफ्टी साइकिल के कई रूप भी देखे गए. ये मार्केट में काफी लोकप्रिय हो गई थी. Starley Diamond-Frame प्रोटोटाइप की यह तस्वीर प्लायमाउथ में ली गई थी.
चीन और दुनिया की सबसे लोकप्रिय साइकिलों में से एक, फ्लाइंग पिजन साइकिल की 50 करोड़ से ज्यादा यूनिट 1950 के दशक से बनाई गई थी. (फोटो क्रडिट- विकिमीडिया कॉमन्स)