उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जिले से एक चौंका देने वाला मामला सामने आया है जहां एक या दो नहीं बल्कि 11 महिलाएं अपने पति को छोड़कर फरार हो गई हैं. ये महिलाएं पीएम आवास योजना की पहली किश्त मिलते ही गायब हुई हैं. इनमें से एक महिला तो अपने पति और बच्चों को छोड़ प्रेमी संग नौ दो ग्यारह हुई है. आइए डालते हैं आठ साल से चले आ रहे इस मामले पर नजर.
पीड़ित पति की शिकायत से हुआ खुलासा
मामले पर पुलिस की नजर तब पड़ी जब निचलौला ब्लॉक का एक पीड़ित पति अपनी पत्नी के फरार होने की सूचना लेकर ब्लॉक मुख्यालय पहुंचा. पति ने पीएम आवास योजना की दूसरी किश्त पर रोक लगाने की गुहार लगाई. जब पुलिस ने इस हैरान कर देने वाले मामले पर नजर डाली तो पाया कि यह इस तरह का पहला मामला नहीं है. साल 2016 से ऐसी कई घटनाएं हो चुकी हैं.
अब तक कुल 11 महिलाएं पीएम आवास योजना की पहली किश्त मिलने के बाद फरार हो चुकी हैं. इनमें से सिर्फ ग्राम पंचायत खेसरहा, शीतलपुर की रहने वाली सोनिया अपने पति संजय यादव और बच्चों को छोड़कर प्रेमी के साथ भागी है. अन्य 10 लाभार्थी महिलाए अलग–अलग वजहों से पलायित होकर या तो स्वतंत्र या अपने परिवार सहित कहीं और रह रही हैं. प्रकरण के उजागर होने के बाद प्रशासन ने इसकी जांच की. सच सामने आने पर जिला सूचना विभाग के आधिकारिक व्हाट्सऐप ग्रुप के माध्यम से यह सूचना जारी की गई.
प्रशासन ने क्या कहा?
जिला प्रशासन अब ऐसे लोगों से पैसा वसूलने की तैयारी कर रहा है. जिलाधिकारी अनुनय झा ने बताया कि 11 महिलाओं द्वारा योजना के पैसों के दुरुपयोग का मामला अभी उनके सामने आया है. उन्हें पता चला है कि लाभार्थियों ने आवास बनाने में इसका प्रयोग नहीं किया. संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि लाभार्थियों के ऊपर विधिक कार्रवाई की जाए. साथ ही साथ रिकवरी की कार्रवाई भी की जाए.
कितनी आती है पीएम आवास योजना की रकम?
पीएम आवास योजना की कुल रकम एक लाख 41 हजार 339 रुपए आती है. योजना की पहली किश्त 40,000 रुपए होती है. दूसरी किश्त 70,000 रुपए. तीसरी किश्त 10,000 रुपए की होती है. इसके अलावा सरकार 237 रुपए के हिसाब से 90 दिन की मजदूरी (237x90=21,330 रुपए) भी देती है. महाराजगंज की सभी फरार महिलाएं पहली किश्त मिलने के बाद ही घर से भाग गई हैं.