अक्षय कुमार, सुनील शेट्टी और परेश रावल अभिनीत फिल्म फिर हेरा-फेरी (Phir Hera Pheri) में अनुराधा का किरदार निभाने वाली बिपाशा बासू मुख्य किरदारों को '25 दिन में पैसा डबल' करने का झांसा देती हैं. लेकिन 25 दिन बाद वह पैसा लेकर ही फरार हो जाती है. राजस्थान के अजमेर से भी एक ऐसा ही मामला सामने आया है जहां एक युवक ने लोगों को 24 से 28 दिन में पैसे दोगुने करने का झांसा दिया, लेकिन आखिर उन्हें चूना लगा दिया.
कौन है अजमेर का नटवरलाल?
राजस्थान में इनवेस्टमेंट स्कीम के नाम पर लोगों को ठगने वाले इस युवक का नाम काशिफ मिर्ज़ा है. दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार, काशिफ 11वीं कक्षा में पढ़ता है. वह हर रोज़ घर से साइकिल पर बैठकर स्कूल के लिए रवाना होता था. फिर आधे रास्ते से एक लग्जरी कार में बैठकर स्कूल जाता था. और लौटते वक्त उस कार को छिपा देता था.
स्कूल के शिक्षकों ने उसके पिता से इसकी शिकायत भी की थी. लेकिन महज 19 साल की उम्र के लड़के के पास इतनी दौलत आई कहां सके?
भास्कर की रिपोर्ट बताती है कि काशिफ ने दो अन्य दोस्तों के साथ मिलकर अक्टूबर 2023 में लक्ष्मी इनवेस्टमेंट के नाम से एक कंपनी बनाई थी. उसने पहली स्कीम 4000 रुपए से शुरू की थी. और वह लोगों से 24-28 दिन के बीच पैसा डबल करने का दावा करता था.
शुरुआत में काशिफ ने लोगों को निवेश पर मुनाफा देकर उनका भरोसा भी जीता. इस तरह न सिर्फ ज्यादा लोग काशिफ के झांसे में फंसे, बल्कि उन्होंने ज्यादा से ज्यादा रकम भी निवेश की.
ऐसे ठगे 80 लाख रुपए...
काशिफ सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर था इसलिए लोगों को झांसे में लाना उसके लिए ज्यादा आसान था. एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के अनुसार, इंस्टाग्राम पर काशिफ को बड़ी संख्या में लोग फॉलो करते थे. इसी की बदौलत उसने वर्तमान में स्कीम में निवेश की रकम एक लाख रुपए तक पहुंच चुकी थी. जब उसके अकाउंट में ज्यादा रकम जमा हो गई तो उसने लोगों को पैसे लौटाना बंद कर दिया.
काशिफ ने कथित तौर पर 80 लाख रुपए की ठगी की है. ठगी का शिकार हुई उषा राठौड़ और माला पथरिया ने नसीराबाद थाने में 21 मार्च 2024 को मामला दर्ज करवाया था. जिसके बाद काशिफ को गिरफ्तार किया गया है. उसके पास से एक लग्जरी कार, एक आईफोन और एक लैपटॉप बरामद किया गया है. पुलिस के अनुसार काशिफ के पास पांच बैंक अकाउंट हैं, जिनमें वह पैसे रखता था. वह अब तक ठगी के 20 लाख रुपए अपने ऊपर खर्च कर चुका है.
क्या बोले पिता?
काशिफ के पिता परवेज मिर्ज़ा का कहना है कि उन्हें इस घटनाक्रम के बारे में कोई जानकारी नहीं थी. उन्हें काशिफ के एक दोस्त के पिता के जरिए इसके बारे में मालूम हुआ. उन्हें यह भी पता चला कि उनका बेटा दोस्तों के साथ मिलकर एक कार अपने पास छिपाकर रखता था. परवेज़ ने हालांकि किसी और को इस घटना के पीछे का 'मास्टरमाइंड' बताया है.
परवेज़ कहते हैं कि उनका बेटा इस ठगी का जिम्मेदार नहीं है. उनका कहना है कि इसके पीछे कोई और शख्स मास्टरमाइंड है. उनके बेटे के इंस्टाग्राम फॉलोवर ज्यादा हैं, इसलिए उसे बली का बकरा बनाया जा रहा है.