देश में पिछले कुछ सालो में खेल के क्षेत्र में देश की महिलायें काफ़ी आगे है. खेल के साथ सह देश की महिलायें फिटनेस पर भी अधिक ध्यान से रही है. लगातार अलग अलग खेल हो और दुनिया की बड़ी प्रतियोगिताएँ हो भारत की महिलाओं ने देश का नाम रोशन किया है. वही मुंबई में रहने वाली 66 वर्ष की पुष्पा आज कल लोगो के फिटनेस गोल सेट कर रही है. 66 वर्ष की पुष्पा भट्ट मैराथन रनर है और लंबे व बड़े मैराथन में हिस्सा भी लेती है .
46 की उम्र में पुष्पा ने शुरू किया जिम
पुष्पा उम्र के इस पड़ाव पर फिटनेस को काफ़ी तवज़्जो देती है. ऐसे में पुष्पा ने पास अभी तक नौ अल्ट्रा-मैराथन और 11 पूर्ण मैराथन में हिस्सा लिया है, और उनको जीता भी है. वहीं 46 साल की उम्र में पुष्पा भट ने जिम करना शुरू किया और 60 की उम्र में साइकिल करना भी शुरू किया. साथ ही जब 64 साल की की हुई तब उन्होंने अमेरिकन कॉलेज ऑफ स्पोर्ट्स मेडिसिन से पोषण में एक कोर्स पूरा किया. पुष्पा भट फिटनेस को लेकर काफ़ी सीरियस है. हफ़्ते में 16 घंटो से अधिक वर्क आउट करती है. अपने मैराथन की तैयारिया करती है. पुष्पा अब दिसंबर में जैसलमेर में 'बॉर्डर 100 किमी' की तैयारी कर रही है. इसके बाद टाटा मैराथन, नई दिल्ली मैराथन और टाटा अल्ट्रा मैराथन की भी तैयारिया शुरू कर दी हैं.
तनाव से निजात पाने के लिए शुरू की रनिंग
पुष्पा ने फिट रहने की तब शुरुवात की जब उनको लगा की उनके ज़िंदगी में तनाव अधिक हो रहा है. गतिहीन जीवन शैली और तनाव की कारण उन पर काफ़ी असर हो रहा था. जिस वजह से पुष्पा को पीठ और घुटने की समस्या होने लगी, तब पुष्पा ने तह ठान लिया की उनको अपनी फिटनेस पर ध्यान देना है. एक दिन उन्होंने फैसला किया कि चिंता करने से कोई हल नहीं निकलेगा और इसके बजाय उसे बेहतर महसूस करने के लिए कदम उठाने चाहिए.
देश के बड़े-बड़े मैराथन में लेती हैं हिस्सा
पुष्पा ने मुंबई में स्टैंडर्ड चार्टर्ड (अब टाटा मुंबई मैराथन) द्वारा चलाए जा रहे 7 किलोमीटर के 'ड्रीम रन' के बारे में सुना और उस में हिस्सा लिया. वहीं से पुष्पा ने रनिंग करना शुरू किया. जिसके बाद वह हर रोज़ रनिंग करने लगी और देश में होने वाले अलग-अलग मैराथन के लिए ख़ुद को तैयार करने लगी. अब देश के बड़े-बड़े मैराथन में हिस्सा लेती है. साथ ही पुष्पा अपने ख़ान-पान का भी काफ़ी ध्यान रखती है और फिट रहने के लिए पूरी कोशिश करती है.