दो मर्डर के लिए सजा काट रहे एक व्यक्ति को अब इंजेक्शन से मौत की सजा सुनाई गई है. ये शख्स इस साल अमेरिका का पहला कैदी बना गया है जिसे एग्जीक्यूट किया जाएगा. बता दें, ये घटना ओक्लाहोमा की है. 2001 में, डोनाल्ड ग्रांट, जो उस समय 25 वर्ष के थे, ने अपनी जेल में सजा काट रही गर्लफ्रेंड की बेल के लिए जमानत राशि चुकाने के लिए एक होटल लूट लिया था. जिसके बाद उसे मौत की सजा सुना दी गई थी.
2 लोगों पर चलाई गोलियां
लूट के दौरान उसने होटल के दो कर्मचारियों पर गोलियां चला दीं. अदालत के दस्तावेजों के अनुसार, एक की तुरंत मौत हो गई, और दूसरे को चाकू मारकर उसकी हत्या कर दी गई. बता दें, डोनाल्ड को 2005 में मौत की सजा सुनाई गई थी.
कई बार मेंटल प्रॉब्लम का दिया गया हवाला
हालांकि कई बार उस व्यक्ति की सजा कम करने के लिए कई अपीलें दायर की गईं, जिनमें मेंटल प्रॉब्लम्स का हवाला दिया गया. एक ऑनलाइन याचिका में, दावा किया गया कि वह अपने शराबी पिता से बचपन में हिंसक दुर्व्यवहार के कारण फीटल अल्कोहल सिंड्रोम और ब्रेन ट्रॉमा से पीड़ित है.
3 खतरनाक पदार्थों वाला लगाया जाएगा इंजेक्शन
बता दें, दक्षिणी अमेरिकी राज्य ओक्लाहोमा द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली इस एग्जीक्यूशन की विधि के लिए डोनाल्ड ने एक याचिका दायर की थी. इस याचिका को बुधवार को अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया. डोनाल्ड की फांसी को आखिरी मिनट पर रोक दिया गया. अब उसे मैकएलेस्टर में ओक्लाहोमा स्टेट पेनिटेंटरी में तीन घातक पदार्थों का एक इंजेक्शन लगाया जाएगा.
इस इंजेक्शन के बारे में कहा जाता है कि इस कॉकटेल से असहनीय दर्द होता है. अक्टूबर के आखिर में, एक कैदी को इसे दिया गया था.
23 अमेरिकी राज्यों में मृत्युदंड खत्म
आपको बता दें, हाल के वर्षों में अमेरिका में हर साल किए जाने वाले एग्जीक्यूशन की संख्या में गिरावट आई है. 23 अमेरिकी राज्यों में मृत्युदंड या कैपिटल पनिशमेंट को ख़त्म किया जा चुका है. जबकि तीन अन्य - कैलिफोर्निया, ओरेगन और पेंसिल्वेनिया ने इसके उपयोग पर रोक लगाई गई है. ओक्लाहोमा में 2015 में राज्य में मृत्युदंड पर अस्थायी रोक लगा दी थी, लेकिन इसे 2021 में हटा लिया गया था.