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युट्यूबर की मदद से 20 साल बाद अपने परिवार से मिली महिला, पाकिस्तान में हुई थी मानव तस्करी की शिकार

20 साल पहले हमीदा बानो नाम की महिला तस्करी की शिकार हुई थी. लेकिन अब यूट्यूबर की मदद से अपने परिवार से मिली हैं. 50 साल की हमीदा बानो के परिवार वाले अब पाकिस्तान स्थित भारतीय एम्बेसी से उन्हें भारत वापस लाने की कोशिश में जुटे हैं.

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हाइलाइट्स
  • यूट्यूब के जरिए मिली अपने परिवार से

  • पेट पालने के लिए पाकिस्तान में की दूसरी शादी 

देश-विदेश में मानव तस्करी यानी ह्यूमन ट्रैफिकिंग (Human Trafficking) के मामले हर दिन सामने आते रहते हैं. अब एक ऐसा हो मामला फिर सामने आया है. हमीदा बानो आज से  20 साल पहले भारत छोड़कर गल्फ देशों में नौकरी करने के लिए गई थीं. तब उन्हें इस बात का अंदाजा नहीं था कि वहां से उनकी पाकिस्तान में तस्करी की जाएगी. लेकिन अब दो युट्यूबर्स  की वजह से वे अपने परिवार से मिल गई हैं. 20 साल बाद वे अपने भारत में रह रहे बाकि के परिवार से वीडियो कॉल के जरिए मिल पाई हैं. 

50 वर्षीय हमीदा बानो के परिवार वाले अब पाकिस्तान में स्थित भारतीय एम्बेसी से उन्हें भारत वापस लाने की कोशिश में जुटे हुए हैं. क्योंकि हमीदा बानो के पास ना तो पैसे हैं और न ही उनका पासपोर्ट. 

यूट्यूब के जरिए मिली अपने परिवार से

दरअसल, जिन दोनों यूट्यूबर की मदद से वे अपने  परिवार से मिली हैं उनका नाम- खलफान शेख मारूफ है. मिड डे की रिपोर्ट के अनुसार, खलफान मुंबई के कुर्ला जिले में रहते हैं. उन्होंने मिड डे के हवाले से बताया कि उन्हें पिछले रविवार को यूट्यूब पर एक वीडियो मिली जिसमें एक महिला अपना नाम हमीदा बानो बताती रही थीं.  वीडियो में बानो बताती हैं कि उनकी पाकिस्तान में तस्करी की गयी थी और वो 20 साल पहले मुंबई के कुर्ला में रहती थी. 

इस वीडियो को देखकर खलफान ने अपने यूट्यूब चैनल हैशटैग मुंबई (HASHTAG MUMBAI) पर अपने सब्सक्राइबर यानी फॉलोअर्स से पूछा कि अगर कोई हमीदा को जानता है तो उन्हें खबर दें. लगभग आधे घंटे में हमीदा के घरवालो के बारे में पता चल गया और खलफान ने उनके पोते से भी बात की. 

खलफान ने की पाकिस्तानी यूटूबर से बात 

परिवार से बात करने के बाद खलफान ने मारूफ जो एक पाकिस्तानी यूटूबर हैं, उनसे संपर्क करने की कोशिश की. 27 वर्षीय मारूफ कराची के रहने वाले हैं. जिन्होंने पाकिस्तान में तस्करी कर लाए गए करीब 40 लोगों को अपने देश वापस भेजने की मदद की है. मिड डे से बात करते हुए उन्होंने बताया की हमीदा बानो पिछले हफ्ते उनके घर आई थीं और उन्हें अपनी तस्करी की बात बताई. यह सब सुनकर मारूफ ने हमीदा की 11 मिनट की वीडियो यूट्यूब पर पोस्ट की और लोगों से उनके परिवार को ढूंढ़ने के लिए मदद मांगी. फिर मुंबई से खलफान ने उन्हें बताया कि हमीदा के परिवार वाले मिले चुके हैं. इसके बाद हमीदा ने अपने घरवालों से 20 साल बाद वीडियो कॉल पर बात की. 

पेट पालने के लिए पाकिस्तान में की दूसरी शादी 

हमीदा बानो ने बताया कि उन्हें जब पाकिस्तान में भेजा गया तब उन्हें एक झोपड़ी में एक तमिल महिला के साथ बंद कर दिया गया था. जब दोनों को एहसास हुआ कि उनकी तस्करी की गई है, तो वे भाग गए और कराची चले आए. वो आगे बताती हैं कि उन्होंने फुटपाथों पर अपनी रातें बिताई हैं. खाना खाने के लिए वो कुछ सामान बेचती थीं. 2010 में उन्होंने एक पाकिस्तानी आदमी से शादी की जिसकी बीवी कुछ समय पहले गुज़र चुकी थी. उसके पहले से 4 बेटे थे और उनके पति का बड़ा बेटा अभी तक उनका ख्याल रख रहा है. पर उनका मन उनके परिवार से मिलने का था और वो हर दिन उन्हें याद करती थीं.

कैसे की गई थी मानव तस्करी ?  

रिपोर्ट के मुताबिक, हमीदा अपने माता-पिता के साथ कुरैशी नगर में रहती थीं. उनकी भारत में पहली शादी मोहम्मद हनीफ शेख से हुई थी और उनके दो बेटे और दो बेटियां हुई थीं. पति के शराबी होने के कारण हमीदा को अपने बच्चों का पेट पालने के लिए नौकरानी का काम करना पड़ता था. साल 1990 में किसी ने उन्हें कहा कि अगर वह किसी गल्फ देश में जाकर काम करती है तो उन्हें वहां अच्छा पैसा मिलेगा. इसके बाद उन्होंने दुबई और अबू धाबी में 9 साल तक काम किया.

बानो ने मिड-डे से बात करते हुए बताया कि वे 2002 में मुंबई के विक्रोली में एक महिला से मिली जिसने उनसे दुबई में नौकरी लगवाने का वादा किया. उस समय उन्होंने अपने बेटे की शादी करने और एक अच्छा-सा घर खरीदने के चक्कर में उस औरत का ये प्रस्ताव स्वीकार कर लिया. उस महिला ने उनका पासपोर्ट छीन लिया और पहले उन्हें दुबई भेज दिया. दुबई पहुंचने के तुरंत बाद, हमीदा को पाकिस्तान के लिए एक फ्लाइट में बिठाया दिया गया और सीधा पाकिस्तान में स्थित सिंध नाम की जगह भेज दिया गया.  और इस तरह उन्होंने इतने साल पाकिस्तान में बिता दिये.