
मध्य प्रदेश के हरदा जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे सुनकर आपके दिल में कई सवाल उठेंगे. क्या प्यार की शुरुआत सोशल मीडिया से हो सकती है? क्या प्रेम विवाह करने की सजा किसी को उसकी पत्नी से बिछड़ने की शक्ल में मिल सकती है? और क्या कानून के दरवाजे खटखटाने के बाद भी इंसाफ न मिले तो इंसान क्या करे?
कुछ ऐसा ही हुआ है हरदा के रहने वाले धर्मेन्द्र नागराज के साथ, जो अब अपनी पत्नी यशवी की तलाश में दर-दर भटक रहे हैं. मंगलवार को धर्मेन्द्र हाथ में एक तख्ती लेकर जनसुनवाई में पहुंचे, जिस पर लिखा था- "मेरी पत्नी लापता है, कृपया मेरी मदद करें."
इंस्टाग्राम से शुरू हुई थी प्रेम कहानी
धर्मेन्द्र और यशवी की कहानी किसी फिल्मी स्क्रिप्ट से कम नहीं है. लगभग 5 साल पहले दोनों की मुलाकात इंस्टाग्राम पर हुई थी. चैटिंग से शुरू हुआ रिश्ता धीरे-धीरे प्यार में बदला और फिर बात शादी तक पहुंच गई. घरवालों की मर्जी के बिना ही दोनों ने आर्य समाज मंदिर में शादी कर ली. शादी के बाद दोनों हरदा में रहकर शांतिपूर्वक जीवन बिता रहे थे.
21 फरवरी की सुबह अचानक सब कुछ बदल गया
धर्मेन्द्र ने बताया कि 21 फरवरी 2025 को सुबह 9 बजे कुछ अज्ञात लोग एक चार पहिया वाहन में आए और उनकी पत्नी यशवी को उठा ले गए. धर्मेन्द्र को शक है कि इस अपहरण के पीछे उसके ससुराल पक्ष का हाथ है, जो शादी से नाराज था और पहले भी धमकियां दे चुका था.
पुलिस और प्रशासन से लगाई गुहार, पर नहीं मिली मदद
अपनी पत्नी के लापता होने के तुरंत बाद धर्मेन्द्र ने छीपाबड़ थाने में जाकर गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई. इसके बाद उन्होंने सीएम हेल्पलाइन 181, एसपी कार्यालय, और अब कलेक्टर जनसुनवाई में भी आवेदन दिया, लेकिन किसी भी स्तर पर उन्हें राहत नहीं मिली.
धर्मेन्द्र का आरोप है कि पुलिस ने अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है.
लापता पत्नी का मैसेज बना सबसे बड़ा सबूत
धर्मेन्द्र ने बताया कि घटना के कुछ दिन बाद, 24 फरवरी की रात 1 बजे, उन्हें एक अज्ञात नंबर से यशवी का मैसेज मिला. उस मैसेज में यशवी ने लिखा था, "मुझे लेने आ जाओ, ये लोग मुझे घर से उठाकर लाए हैं. सुबह मेरी दूसरी शादी करा दी जाएगी और तुम्हें झूठे केस में फंसा देंगे. अकेले मत आना, पुलिस को साथ लाना क्योंकि यहां गुंडे हैं."
इस मैसेज से धर्मेन्द्र को यकीन हो गया कि उनकी पत्नी खतरे में है. उन्होंने उस लोकेशन की भी जानकारी पुलिस को दी, लेकिन अब तक न तो यशवी मिली और न ही कोई गिरफ्तारी हुई.
पुलिस का दावा- जांच जारी है
इस पूरे मामले में महिला थाना प्रभारी अंजना पाटील ने बताया कि गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है और तलाश जारी है. लेकिन धर्मेन्द्र का कहना है कि यह सिर्फ "कागजी कार्रवाई" है और उनकी पत्नी की जान खतरे में है.
धर्मेन्द्र अब लगातार जनसुनवाई में अपनी पत्नी की तलाश में आवेदन दे रहे हैं. हाथ में तख्ती लेकर भीड़ के बीच खड़े इस पति की तस्वीरें हर किसी को झकझोर रही हैं. उनके हाथ में तख्ती है, आंखों में आस है और दिल में सिर्फ एक ही सवाल- "क्या मुझे मेरी पत्नी वापस मिलेगी?"
(लोमेश कुमार की रिपोर्ट)