scorecardresearch

क्या आपने देखी है ऐसी घड़ी जो चलती तो उलटी है लेकिन समय सही बताती है?

आमतौर पर घड़ी हमेशा क्लॉक वाइज चलती है लेकिन बलविंदर सिंह ने अपनी सोच से अलग ऐसी घड़ी तैयार की है जो चलती तो उलटी है लेकिन समय बिल्कुल सही बताती है.

Anti Clockwise Clock Anti Clockwise Clock

कहते हैं ना शौक बड़ी चीज है और बहुत कम लोग हैं जो अपने शौक को हकीकत में पूरा कर पाते हैं. जी हां आज आपको चंडीगढ़ के सेक्टर 41 के गांव बुटेरला निवासी 57 साल के बलविंदर सिंह की शौक की कहानी सुनाने जा रहे हैं. बलविंदर सिंह ने ऐसी घड़ी बनाई है जो उलटी चलती है.

उलटी चलती है लेकिन समय सही बताती है

जी हाँ आमतौर पर घड़ी हमेशा क्लॉक वाइज चलती है लेकिन बलविंदर सिंह ने अपनी सोच से अलग ऐसी घड़ी तैयार की है जो चलती तो उलटी है लेकिन समय बिल्कुल सही बताती है. इसके पीछे बलविंदर सिंह बताते हैं कि प्रकृति ने सभी जो काम और चीजें हैं उन्हें हमेशा एंटी क्लॉकवाइज किया जाता है लेकिन वह गलत है और उसको लेकर वह अपना अलग से तर्क भी देते हैं.

बलविंदर सिंह ने गुड न्यूज टुडे से खास बातचीत में बताया कि उन्हें एक दोस्त ने चैलेंज किया था कि क्या उलटी घड़ी बनाई जा सकती है? और यहीं से बलविंदर ने उलटी घड़ी बनाने का काम शुरू कर दिया. बलविंदर ने बताया कि इस घड़ी को बनाने में उन्होंने बहुत ही घड़ियों को बनाने के लिए खराब किया. काफी मेहनत के बाद बलविंदर ने आखिरकार एंटी क्लॉक वाइज यानी कि उलटी घड़ी तैयार की जो कि समय बिल्कुल आम घड़ी की तरह सही बताती हैं.

बलविंदर सिंह ने अपनी घड़ी में जड़ी बूटियां फर्स्ट एड जैसा सामान भी रखा है जिसको लेकर बलविंदर तर्क देते हैं कि कल किसी तरह की प्राकृतिक आपदा यानी कि भूकंप आता है तो उस समय आपके पास घड़ी अगर हो तो आसानी से इन जड़ी बूटियों के मदद से करीबन 8 से 10 दिन खाकर जीवित रहा जा सकता है और उसके अलावा कहीं चोट लगी हो तो अपनी मरहम पट्टी भी की जा सकती है.

यही नहीं बलविंदर सिंह ने खराब चीजों से सबसे छोटा टेबल लैंप भी बनाया है जिसे इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है. बलविंदर ने जुगाड़ तकनीक से सबसे छोटा पेडेस्ट्रिअल फैन बनाया है. जिसकी लम्बाई मह 8 इंच है. ये पंखा चांदी से बनाया गया है. जुगाड़ तकनीक से चीज़े बनाना इनका शौक है. वहीं बलविंदर सिंह के पास ग्रामोफोनेस की भी काफी कलेक्शन है. इसके साथ साथ पुराने सिक्के इकट्ठा करना भी उनके शौक में शामिल है. बलविंदर सिंह बताते हैं कि उन्होंने पुरानी चीजें भी संग्रह की है जिसमें पुराने समय के सिक्के, दमड़ी, आना पैसा शामिल है.