ट्रेन में तो आप सभी ने ट्रैवेल किया होगा. कई बार जब भी लोग घूमने जाते हैं तो उन्हें ट्रेन का सफर करना काफी अच्छा लगता है. आज कल की दौड़-भाग भरी जिंदगी में लोग प्लेन से सफर करना ज्यादा पसंद करते हैं, क्योंकि उससे काफी टाइम बचता है. लेकिन ट्रेन की जर्नी के भी अलग मजे हैं. कई बार ट्रेन में सफर करते वक्त आपको इतने बेहतरीन नजारे दिख जाते हैं कि मंजिल ने ज्यादा मजा सफर में आता है. आइए आज हम आपको ऐसी पांच खूबसूरत ट्रेन जर्नी के बारे में बताएंगे, जिसमें एक जगह से दूसरे जगह जब आप जाएंगे तो रास्ते में आपके खूबसूरत नजारों का दीदार होगा.
1. मुंबई से गोवा की ट्रेन
जब मुंबई से गोवा की तरफ सफर कर रहे होंगे तो आपको रास्ते में बेहतरीन नजारे देखने को मिलेंगे. मुंबई से गोवा को जाने वाली ट्रेन घने जंगलों के बीच से निकलती है. जैसे ही ट्रेन पश्चिमी घाट में प्रवेश करती है, ये जंगल और घने होते जाते हैं. पहाड़ के मोड़ तो गले लगाते हुए ट्रेन की रफ्तार भी और तेज होने लगती है. दूर देखेंगे को आपको झरने भी नजर आएंगे. पहाड़ों और झरनों से भरा से नजारा वाकई देखने लायक होता है.
2. तमिलनाडु से रामेश्वरम की ट्रेन जर्नी
तमिलनाडु के मंडपम से रामेश्वरम जाने वाली इस ट्रेन का नजारा बहुत खूबसूरत है. ये ट्रेन पंबन ब्रिज से गुजरती है. पंबन ब्रिज समुद्र के ऊपर बना हुआ. रामेश्वरम के निकल कर ये ट्रेन समुद्र के रास्ते तमिलनाडु के मंडपम तक जाती है. रास्ते में समुद्र का नजारा वाकई देखने लायक होता है. वैसे तो कुछ लोग इस ट्रेन जर्नी से डरते भी हैं, पर इसमें सफर करके आपको काफी मजा आएगा.
3. कालका-शिमला टॉय ट्रेन जर्नी
कालका-शिमला टॉय ट्रेन लगभग 60 मील तक फैली हुई है, जिसे भारत की सबसे खूबसूरत रेलवे यात्राओं में से एक कहा जाता है. इस टॉय ट्रेन मे सफर करते वक्त जो नजारा दिखता है वो वाकई देखने लायक होता है. ये ट्रेन कालका से शिमला तक एक नैरो गेज पर चलती है, यात्रियों को ऊबड़-खाबड़ पहाड़ों, हरे-भरे देवदार के जंगलों, झरनों, घाटियों और सुंदर हिल स्टेशनों के लुभावने नजारे देखने को मिलते हैं. पूरी यात्रा में लगभग साढ़े पांच घंटे लगते हैं.
4. जोधपुर से जैसलमेर की ट्रेन जर्नी
दिल्ली से जैसलमेर जाने वाली इस ट्रेन में जब आप जोधपुर से जैसलमेर की तरफ बढ़ेंगे तो रास्ते में रेत के टीले, ऊंट, बंजर भूमि का एक खूबसूरत हिस्सा आपके देखने को मिलेगा. इस ट्रेन में बैठने पर आप जहां तक नजर डालोगे वहां तक केवल रेत ही रेत दिखेगी. 'डेजर्ट क्वीन' के नाम से भी जानी जाने वाली यह ट्रेन करीब 6 घंटे में इस अद्भुत अनोखी दूरी को तय करती है.
5. नीलगिरी से ऊटी की ट्रेन जर्नी
मेट्टुपालयम और ऊटी के बीच 5 घंटे का ये सफर काफी खूबसूरत होता है. आप इस टॉय ट्रेन में 16 सुरंगों, जंगलों, 250 पुलों को पार करते हुए नीलगिरि माउंटेन की तरफ बढ़ते हैं. ये ट्रेन एशिया के सबसे कठिन ट्रैक पर चलती है, जिसकी अधिकतम ऊंचाई 7,000 फीट है.