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Jodhpur Ration: जोधपुर में राशन लेने के लिए अब ‘कंबल-तौलिया’ जरूरी! जानें क्या है वजह

सरकार ने उचित मूल्य की दुकानों पर फर्जीवाड़ा रोकने और पारदर्शिता बढ़ाने के लिए राशन लेने वाले लोगों का थंब इंप्रेशन और आई स्कैन अनिवार्य कर दिया है. इसी कारण नई PoS मशीनें लगाई गई हैं.

Jodhpur Ration Jodhpur Ration
हाइलाइट्स
  • खुले में काम कर रही मशीन

  • धूप के चलते स्कैनिंग में दिक्कत

राजस्थान के जोधपुर शहर में उचित मूल्य की दुकानों पर राशन लेने की प्रक्रिया अब पहले जैसी आसान नहीं रही. तकनीकी दिक्कतों के कारण राशन विक्रेताओं ने एक अनोखा फरमान जारी किया है- राशन लेने के लिए लोगों को अपने साथ कंबल या तौलिया लाना होगा! सुनने में यह अजीब जरूर लगता है, लेकिन इसके पीछे की वजह तकनीकी है.

दरअसल, राशन वितरण के लिए सरकार ने नई पॉइंट ऑफ सेल (PoS) मशीनें लागू की हैं, जिनमें आई स्कैन और थंब इंप्रेशन अनिवार्य कर दिया गया है. लेकिन जो दुकानें खुले में हैं या जहां बहुत अधिक धूप रहती है, वहां स्कैनिंग में परेशानी हो रही है. इस समस्या का समाधान निकालने के लिए राशन विक्रेताओं ने कहा कि लोग खुद अपने चेहरे को ढककर आई स्कैन करवाएं, जिससे मशीन आसानी से काम कर सके.

राशन लेने वालों की मजबूरी, ‘अंधेरे’ में पूरी हो रही प्रक्रिया
राशन लेने के लिए अब जोधपुर के कई वार्डों में लोगों को कंबल या तौलिया साथ लाने की मजबूरी हो गई है. वे दुकान पर पहुंचकर अपने सिर को ढक लेते हैं, ताकि मशीन सही तरीके से स्कैन कर सके और उनका राशन मिल सके.

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एक राशन विक्रेता ने बताया, "मशीन दिन की रोशनी में ठीक से काम नहीं करती. बार-बार एरर आता है और स्कैन फेल हो जाता है. इससे राशन देने में काफी समय लगने लगता है. इसलिए हमने लोगों को सलाह दी कि वे खुद ही कोई कपड़ा लेकर आएं, जिससे स्कैनिंग आसानी से हो सके."

यह दिक्कत खासतौर पर उन दुकानों में ज्यादा देखी जा रही है, जो पूरी तरह खुले में हैं या जहां राशन विक्रेता सड़क किनारे बैठकर सामान वितरित कर रहे हैं.

क्या कह रहे हैं अधिकारी?
इस मामले पर जोधपुर के जिला रसद अधिकारी (DSO) द्वितीय अश्वनी गुर्जर ने कहा, "लोग कंबल ओढ़कर राशन ले रहे हैं, इसकी जानकारी मुझे नहीं है. लेकिन आई स्कैन मशीन कम रोशनी में बेहतर काम करती है, इसलिए ऐसा हो सकता है कि लोग खुद अंधेरा करके स्कैनिंग करा रहे हों."

राशन लेने वाले लोगों को इस परेशानी से बचाने के लिए सरकार को उचित समाधान निकालने की जरूरत है. एक सुझाव यह भी दिया जा रहा है कि राशन की दुकानों में एक ऐसा कोना बनाया जाए, जहां अंधेरा हो और स्कैनिंग आसानी से हो सके.

लेकिन राशन विक्रेताओं का कहना है कि उनकी दुकानें इतनी बड़ी नहीं होतीं कि वहां इस तरह की व्यवस्था की जा सके. ऐसे में फिलहाल सरकार के निर्देशों का पालन करने के लिए यही अनोखा तरीका अपनाया जा रहा है.

फर्जीवाड़ा रोकने के लिए आई नई तकनीक
सरकार ने उचित मूल्य की दुकानों पर फर्जीवाड़ा रोकने और पारदर्शिता बढ़ाने के लिए राशन लेने वाले लोगों का थंब इंप्रेशन और आई स्कैन अनिवार्य कर दिया है. इसी कारण नई PoS मशीनें लगाई गई हैं. हालांकि, धूप और खुली दुकानों में इस तकनीक के कारण लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

(अशोक शर्मा की रिपोर्ट)