
महाकुंभ में एक तरफ जहां स्नान करने का नया रिकॉर्ड बन रहा है, तो वहीं संगम तक पहुंचने वाले हर श्रद्धालु की कहानी भी लोगों का ध्यान खींच रही है. हाल ही में 70 साल के एक बुजुर्ग की कहानी सामने आई थी जिन्होंने साइकिल पर अपनी पत्नी को बिठाकर शहडोल से प्रयागराज की यात्रा की थी.
साइकिल से स्नान करने पहुंच भाई-बहन
ऐसी ही एक कहानी दो भाई-बहनों की वायरल हो रही है. प्रयागराज के अशोकनगर के रहने वाले अभिषेक महेश्वरी एक बिजनेसमैन हैं, और उनकी माली हालत भी मजबूत है. उनकी छोटी बहन श्वेता मरदा अमेरिका में रहकर जॉब करती है, और अमेरिका से अपने घर प्रयागराज इसलिए पहुंची थी ताकि संगम में स्नान कर पाए.
तो इसलिए साइकिल से संगम पहुंचे भाई-बहन
संगम में इन दिनों भारी भीड़ आ रही है. ऐसे में बहन को पैदल न चलना पड़े इसलिए भाई ने अपनी कार से ना जाकर साइकिल से जाने का फैसला किया. अभिषेक ने अपनी बहन को साइकिल पर बैठाया और निकल पड़े स्नान कराने. दोनों ने संगम पहुंचकर स्नान किया. अमेरिका से सिर्फ कुंभ स्नान करने आई अभिषेक की बहन श्वेता ने बताया कि 144 साल बाद यह विशेष संयोग बना है इसलिए वो अमेरिका से यहां आई हैं. वहीं श्वेता के भाई अभिषेक का कहना है साइकिल इको फ्रेंडली है, रास्ते में इसको कोई रोकता भी नहीं है, इसलिए मैंने कार की जगह साइकिल से जाना चुना.
सात दोस्तों ने बोट से पूरी की संगम यात्रा
इसी तरह की एक और कहानी वायरल हो रही है जिसमें बिहार के सात दोस्त 550 किलोमीटर नाव से सफर करके महाकुंभ में पहुंचे. संगम में डुबकी लगाई और वापस नदी के रास्ते अपने घर तक पहुंच गए. इन दोस्तों ने करीब 84 घंटे में प्रयागराज तक का सफर पूरा किया. रास्ते में कोई परेशानी न आए इसलिए बोट पर गैस सिलेंडर, चूल्हा समेत खाने-पीने के पूरे इंतजाम थे. दो लोग नाव चलाते और बाकी 5 लोग आराम करते थे. बारी-बारी से सातों दोस्तों ने नाव चलाई और संगम में डुबकी लगाकर अपने घर वापस भी चले गए.
-आनंद राज की रिपोर्ट