भारत में 1300 के करीब पक्षियों का प्रजातियां हैं. जिनमें से कई आज खतरे में हैं. खासकर कि घरेलू गौरेया मानो जैसे खोती जा रही है. पहले घर-घर में घोंसला बनाने वाली गौरेया अब कहीं-कहीं ही दिखती हैं. इसलिए आज बहुत से लोग गौरेया और अन्य पक्षियों के संरक्षण में जुटे हैं.
गौशाला की खास पहल
राजस्थान के जयपुर में पिंजरापोल गौशाला ने एक अनुठी पहल करते हुए पक्षियों के लिए 6 मंज़िला इमारत तैयार कराई है. जी हां, पक्षियों के लिए बनाएं इन फ्लैट्स की चर्चा इन दिनों हर तरफ है. इस 6 मंज़िला इमारत में लगभग 2 हज़ार पक्षियों के रहने का इंतज़ाम किया गया है.
80 फीट ऊंचीं इस इमारत में चिड़ियों के लिए अलग-अलग फ्लैट्स हैं और इस तैयार करने के लिए गुज़रात के कारीगरों की खास तौर से मदद ली गई है.
पक्षियों को लिए भी सपनों का घर
जिस तरह तेजी से फ्लैट कल्चर बढ़ रहा है, पेड़ काटे जा रहे हैं और कॉन्क्रीट की एक दुनिया तैयार की जा रही है. इसकी मार पक्षियों पर पड़ रही हैं. इसको ध्यान में रखते हुए ये अनोखा अपार्टमेंट सिर्फ और सिर्फ पक्षियों के लिए तैयार किया गया है. यानी अब जिस सपनों के घर की आप और हम बात करते हैं वो अब पक्षियों के लिए भी मौजूद है.